बिहार के दो बेटों ने बढ़ाया मान, एक को टाइम मैगज़ीन में मिली जगह, तो दूसरे को अमेरिकी यूनिवर्सिटी से आया बुलावा

जिया हो बिहार के लाला………..! इस अवसर पर ये गीत काफी सटीक बैठता है। दरअसल बिहार के दो बेटों ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बिहार का मान बढ़ाया है। हम बात कर रहे है राजधानी पटना के पाटलिपुत्र के रहने वाले सयश कपूर और औरंगाबाद के विनीत कुमार की।
जिनमें से एक छात्र को टाइम मैगजीन (Time Magzine) ने अपने कवर पेज पर जगह दी है। तो वहीं दूसरे छात्र को अमेरिका के प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी ने रिसर्च के लिए अपने यहाँ बुलाया है। आईये जानते है इन दोनों युवाओं के कारनामे को।
विश्व के टॉप-100 शख्सियतों में शामिल हुए सयश
दरअसल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial Intelligence) में बेहतर काम करने के लिए टाइम मैगजीन ने सयश कपूर (Sayash Kapoor) को विश्व के टॉप-100 शख्सियतों में शामिल किया है।

इन टॉप 100 शख्सियतों की लिस्ट में सयश भारत से इकलौते ऐसे व्यक्ति हैं, जिनकी तस्वीर प्रतिष्ठित टाइम मैगजीन ने अपने कवर पेज पर छापी है। सयश के लिए यह बहुत बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।
आपको बता दे की सयश कपूर पटना डीपीएस से दसवीं के छात्र रह चुके है। वाल्डविन एकेडमी से 12वीं की पढ़ाई पूरी करने के बाद सयश ने आईआईटी कानपुर (IIT Kanpur) से कंप्यूटर साइंस में बीटेक किया है। आम लोगों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की बेहतर समझ हो, इसके लिए वह एक किताब भी लिख रहे हैं।

Source: Time Magzine
सयश कपूर ने कहा कि – “आजकल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) पर लोग आंख मूंदकर विश्वास करते हैं। यह सही नहीं है। इसका इस्तेमाल सोच समझ कर और ध्यान से करना चाहिए। इस पर ध्यान देना बहुत ही जरूरी है।”
विनीत को अमेरिका के नॉर्दन विश्वविद्यालय से आया बुलावा
दूसरी तरफ औरंगाबाद के देवहरा के रहने वाले विनीत कुमार को स्टॉर्टअप इंडिया (Startup India), तेलंगाना सरकार और नॉर्दन विवि बोस्टन की ओर से आयोजित कार्यक्रम में स्टार्टअप और आविष्कार के लिए दूसरा स्थान मिला है। इस कार्यक्रम को स्मार्ट आइडियाथॉन 2023 (Smart Ideathon 2023) का का नाम दिया गया था।

दूसरे स्थान पर आने वाले विनीत को अमेरिका के नॉर्दन विश्वविद्यालय ने अपने यहां 15 दिनों के लिए रिसर्च करने का ऑफर दिया है। इसमें विनीत के अलावा देश के 6 राज्यों से एक-एक छात्र शामिल हैं। विनीत कुमार ने कहा कि – “इसका आयोजन हैदराबाद में 24 और 25 अगस्त को हुआ था। इसके अलावा उन्हें एक लाख रुपये की छात्रवृत्ति भी मिली है।”
प्लास्टिक से पेट्रोल किया तैयार
विनीत कुमार ने कोरोना काल में सेनेटाइजर छाता के अलावा कई अन्य अविष्कार किये हैं। जिसमें से सबसे बेहतर नवाचार प्लास्टिक से पेट्रोल तैयार करने का है। जिसके लिए 2019 में विनीत कुमार को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग शिक्षा मंत्रालय ने लद्दाख भी भेजा था।
चूंकि लद्दाख में काफी प्लास्टिक रखा था। इसे खत्म करने के लिए विनीत कुमार को यह प्रोजेक्ट दिया गया था। स्नातक की पढ़ाई कर रहे विनीत कुमार ने बताया कि लद्दाख के क्षेत्र में रखी तमाम प्लास्टिक से पेट्रोल तैयार किया। विनीत कुमार के इसी स्टार्टअप को जानने और उन्हें आगे काम करने का मौका देने के लिए नॉर्दन विवि बोस्टन ने अपने यहां आमंत्रित किया है।