ऋषिकेश में छुपा है एक पटना, दिल्ली से घूमने जाते है हजारों सैलानी; मानसून में खूबसूरती चरम पर

पटना वाटरफॉल ऋषिकेश : आपने बिहार की राजधानी पटना के बारे में तो सुना होगा लेकिन आज हम आपको ऋषिकेश के प्रसिद्ध गांव के बारे में बताने जा रहे है।
ऋषिकेश के इस पटना गांव को पटना वाटरफॉल के लिए जाना जाता है। यहाँ गाँव झरने के ऊपर ही बसा हुआ है। और यह पूरा इलाका चुना पत्थर के लिए प्रसिद्ध है। तो चलिए जानते है ऋषिकेश के पटना वॉटरफॉल के बारे में।
उत्तराखंड की सबसे प्रसिद्ध जगह ऋषिकेश
उत्तराखंड की सबसे प्रसिद्ध जगह ऋषिकेश अपनी पौराणिक मान्यताओं के लिए जाना जाता है। यहां की खूबसूरती , शांत वातावरण बहुत लुभावना है। जिसकी वजह से यह सैलानियों को आकर्षित करता है। हर वीकेंड यहां सैलानियों की काफी भीड़ रहती है। हम जब भी ऋषिकेश का नाम सुनते है तो दिमाक में सबसे पहले यहां का राम झूला और लक्ष्मण झूला आता है।
ऋषिकेश में भी बस्ता है एक पटना
क्या आप जानते है इसी ऋषिकेश में एक प्रसिद्ध जगह है पटना ? जी हां आपको बता दे की यहां एक गांव है पटना ,साथ ही इस जगह पर एक पटना वाटरफॉल भी है। जिसे देखने के लिए लोग दूर दूर से यहां आते है।
यदि आप भी कही घूमने का प्लान बना रहे है तो अपनी विजिटिंग लिस्ट में इस जगह को भी जरूर शामिल करे।
कहा स्थित है ये झरना
इस झरने तक पहुंचने के लिए सैलानी को राजाजी नेशनल पार्क से गुजरते हुए करीब एक किलोमीटर का ट्रेक करना पड़ेगा। इसी झरने के पास में एक गांव पड़ता है जो पटना गांव से प्रसिद्ध है। यहां चुना पत्थर की गुफाएं है।
इसी पटना गांव के नाम पर इस झरने का नाम पटना वाटरफॉल है। मानसून के समय ये झरना हरा भरा हो जाता है जो बहुत आकर्षित करता है। पटना वाटरफॉल के अलावा आप यह राम झूला,लक्ष्मण झूला, त्रिवेणी घाट और गंगा जी की आरती का भी लुफ्त ले सकते है।
पटना वाटरफॉल नाम कैसे पड़ा
ऋषिकेश में इस झरने के ठीक ऊपर एक छोटा सा गांव है पटना , इसी गांव के नाम पर इस झरने का नाम भी पटना वाटरफॉल रखा गया है। झरने के आस पास चुना पत्थर की गुफाएं मौजूद है जो अपने आप में एक आकर्षण है।
ऐसा भी कहा जाता है की भगवान विष्णु को समर्पित इन चुना पत्थर की गुफाओं में एक छोटा मंदिर भी बना हुआ है।
पटना वाटरफॉल जाने के लिए सबसे उचित समय
पटना वाटरफॉल जाने के लिए साल भर में किसी भी समय आप प्लान बना सकते है। यहां जाने के लिए पूरे वर्ष भर समय अनुकूल है। यह वन क्षेत्र से घिरा होते के कारण यह वन्यजीवो का खतरा रहता है, ऐसे में सूर्यास्त के बाद यह जाना उचित नही है।
जब कभी भी आप यह घूमने का प्लान कर रहे है तो ध्यान रहे सुबह जल्दी पहुंचकर शाम होने के पूर्व घूमकर आ जाए, सुरक्षा की दृष्टि से शाम में यह जाना सुरक्षित नहीं है। मानसून के सीजन में यह जगह फिसलन भरी हो जाती है। मानसून में मौसम देखकर ही यहां जाना चाहिए।
ऋषिकेश में घूमने के लिए और क्या क्या
गर्मियों और सर्दियों का सीजन ऋषिकेश घूमने के लिए सबसे उचित है। मानसून के दौरान मौसम देखकर अनुकूल होने पर ही यह जाए। गर्मी में यहां रिवर राफ्टिंग , क्लिफ जंपिंग जैसी एक्टिविटीज कर सकते है। धार्मिक प्रवृत्ति के लोगो के लिए यह बहुत सारे मंदिर और आश्रम मौजूद है। जहा शांत मन से ध्यान लगाकर बैठ सकते है।
वाटरफॉल कैसे पहुंचे
वाटरफॉल के पास का रेलवे स्टेशन ऋषिकेश रेलवे स्टेशन है । जो करीब करीब 13 किलोमीटर की दूरी पर है । यदि आप हवाई जहाज से यह पहुंचना चाहते है तो पास का हवाई अड्डा जॉली ग्रांट एयरपोर्ट है , जो पटना वाटरफॉल से तकरीबन 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है । रेलवे स्टेशन व हवाई अड्डे से वाटरफॉल जाने के लिए टैक्सी आसानी से मिल जाती है ।
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