पैसेंजर ट्रेन में भी मिलेगा AC का मजा, हर कोच होगा हाई टेक; लोकल ट्रेन में भारतीय रेलवे देने जा रही है ये सुविधाएँ

Indian Railway: भारतीय रेलवे प्रतिदिन शताब्दी, राजधानी, सुपर फास्ट, वंदे भारत समेत कई यात्री गाडियां संचालित करता है। हजारों पैसेंजर ट्रेनें देश भर में रोजाना संचालित है। सबकी अपनी अपनी विशेषताएं ,सुविधाएं और गति है ।

लेकिन कुछ ट्रेनों में ज्यादा सुविधाएं न होने के कारण सफर थोड़ा मुश्किलों भरा हो जाता है। खासकर द्वितीय श्रेणी की गाड़ियों में सुविधाओ का अभाव है , यात्रियों को ज्यादा सुविधाएं नहीं मिलती है।

लेकिन जल्द ही इस व्यवस्था में बदलाव होने वाला है जिससे यात्रियों को पैसेंजर ट्रैन में भी यात्रा का सुखद अनुभव मिल सकेगा। इसके लिए भारतीय रेल अपने तरफ से जरूरी और बड़े बड़े बदलाव कर रही है। तो चलिए देखते है पैसेंजर ट्रेन में किन- किन चीजों के होंगे बदलाव –

बड़े शहरों में लोकल ट्रेनें

दिल्ली मुंबई जैसे बड़े महानगरों में कई उपनगरीय व लोकल ट्रेनों का संचालन होता है जो मेट्रो सिटी से लगे शहरो को जोड़ती है । इन छोटे शहरो से रोजाना लाखो की संख्या में लोग काम और नौकरी के सिलसिले में आना जाना करते है।

इस भीड़ से ट्रेनें खचाखच भरी हुई होती है जिससे सफर परेशानी भरा हो जाता है।

मेमू ट्रेन की जगह वंदे भारत मेट्रो चलाने की तैयारी

भारतीय रेलवे  इन्ही सब परेशानियों को देखते हुए अपने यात्रियों को नई सौगात देने जा रही है, बता दे कि भारतीय रेल विभाग बड़े शहरों के बीच चलने वाली मेमू और पैसेंजर ट्रेनों को वंदे मेट्रो से बदलने वाली है। यह ट्रेन वंदे भारत का ही नया डिजाइन है,

भारतीय रेलवे दिसंबर 2023 से देश में मेमू ट्रेन की जगह वंदे भारत मेट्रो चलाने की तैयारी कर रही है । यह वंदे मेट्रो ट्रेन, वंदे भारत ट्रेन का ही नया डिज़ाइन है जो की पूरी तरह से वातानुकूलित रहेगा।

Indian railway

भारतीय रेलवे का इस ट्रेन को चलाने के पीछे उद्देश्य यात्रियों को सफर में होने वाली परेशानियों को कम करके अधिक से अधिक सुविधा देना है। वंदे मेट्रो ट्रेन लग्जरी सुविधाओ से परिपूर्ण होगी । इस ट्रेन में 300 यात्रियों को बैठने के लिए जगह होगी । यह ट्रेन खासतौर पर 100 से 110 किलोमीटर की दूरी में चलेंगी ।

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वंदे मेट्रो का डिज़ाइन

वंदे मेट्रो ट्रेन में ऑटोमैटिक दरवाजे , सीसीटीवी कैमरे , इमरजेंसी टॉकबैक , एलसीडी डिस्प्ले जैसे खास सुविधाएं होंगी। ऐसा अनुमान है की यह वंदे मेट्रो ट्रेन दिसंबर 2023 से ट्रायल बेस पर शुरू की जा सकती है और फिर फरवरी 2024 से यह आम लोगो के लिए शुरू कर दी जायेंगी । जिससे यात्रियों का सफर आसान ,शानदार लुफ्त भरा हो जाएंगा ।

फिलहाल भारतीय रेलवे का विचार वंदे भारत मेट्रो को उन रूट्स पर चलाना है जहाँ मेमू ट्रेन संचालित है । 2024-2025 में वंदे भारत मेट्रो के उत्पादन को बड़ाने को लेकर भी सरकार ही योजना है । रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का कहना है की इस नई ट्रेन का उद्देश्य नौकरी के लिए रोजाना सफर करने वाले छात्रों को किफायती आरामदायक यात्रा की सुविधा देना है । यह ट्रेन 100 किलोमीटर या उससे कम दूरी वाले प्रमुख शहरो को जोड़ेगी । जो कम दूरी के मेट्रो रेल नेटवर्क पर संचालित होंगी ।

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