Bihar eChallan: पटना के बाद अब इन 12 जिलों की बारी, इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से यहाँ कटेगा ई-चालान; देखें सभी जिलों की लिस्ट

eChallan in these Cities of Bihar

Bihar eChallan: सड़क पर गाड़ी चलाते वक्त लोग काफी ज्यादा लापरवाह रहते है और यही वजह है की हर साल देश में लाखों सांसे इन लापरवाही के चलते हमेसा के लिए थम जाती है। इसी को देखते हुए समय समय पर ट्रैफिक नियमों को दुरुस्त किया जाता है।

इसी कड़ी में बिहार की राजधानी पटना में आटोमेटिक चालान की व्यवस्था लागू की गई है जिससे अब बिना किसी ट्रैफिक पुलिस के भी अगर आप कोई गलती करते है तो CCTV के जरिए आपकी पहचान कर आपके गाड़ी का चालान काट दिया जायेगा।

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मैनुअल चालान पूरी तरह बंद

लेकिन इसी बीच इससे भी बड़ी खबर यह आ रही है कि पटना के अलावे बिहार अब अब 12 अन्य जिलों में भी मैनुअल चालान पूरी तरह बंद हो जाएगा, यानी कि इन जिलों में अब यातायात नियमों के उल्लंघन पर लाल-पीली पर्ची पर कटने वाला मैनुअल चालान नहीं बल्कि ई-चालान से जुर्माना वसूला जाएगा।

मिली जानकारी के मुताबिक पहले चरण में पटना गया मुजफ्फरपुर समेत 12 ट्रैफिक थाने वाले जिलों में इसकी शुरुआत होगी। इसके बाद धीरे-धीरे अन्य जिलों में भी इसे लागू किया जाएगा। राज्य के अपर पुलिस महानिदेशक यातायात सुधांशु कुमार ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

Pic Credit-Bihar Police

इन जिलों में लागू हो रही व्यवस्था

गुरुवार को एडीजी ट्रैफिक सुधांशु कुमार ने बताया कि सूबे के 12 ट्रैफिक जिलों में एक अगस्त से मैनुअल ट्रैफिक चालान कटना बंद हो जायेगा, और इन जिलों में अब पुलिसकर्मी ऑटोमेटिक या हैंडहेल्ड डिवाइस (HHD) के जरिये इ-चालान काटेंगे।

जिन जिलों में यह व्यवस्था लागू की जा रही है उसमें पटना, मुजफ्फरपुर, भागलपुर, नालंदा, सारण, भोजपुर, दरभंगा, कटिहार, पूर्णिया, मुंगेर, गया, बेगूसराय का नाम शामिल है। इसके लिए इन जिलों में तैनात ट्रैफिक पुलिस के बीच 638 हैंड हेल्ड डिवाइस (HHD) का वितरण किया गया और इन्हें इसका प्रशिक्षण भी दिया गया।

eChallan in these Cities of Bihar

इस तरह से कटता है चालान

आपको बता दे कि पुलिसकर्मियों के हाथों में जिन हैंड हेल्ड डिवाइस (HHD) को दिया जाता है उनमें सिम लगा होता है, जो परिवहन विभाग को पोर्टल से सीधा जुड़ा होता है। जैसी ही डिवाइस पर वाहन या ड्राइविंग लाइसेंस संख्या डाला जाता है उससे जुड़ी पूरी जानकारी सामने होती है।

इसके साथ ही चालान काटने पर इसका पूरा रिकॉर्ड ऑनलाइन भी मेंटेन हो जाता है, इसपर सिर्फ अपराध के प्रकार का चयन करने पर ई-चालान स्वत: जारी हो जाता है। इससे किसी तरह की गड़बड़ी करने की गुंजाइश नहीं होती है।

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