Bihar Teacher Exam: बिहार शिक्षक भर्ती परीक्षा में नहीं होगी नेगेटिव मार्किंग, जानिए BPSC का लेटेस्ट अपडेट
बिहार शिक्षक भर्ती को लेकर काफी ज्यादा गहमा-गहमी चल रहा है, बिहार में इस वक्त 1.70 लाख पदों के लिए शिक्षक भर्ती की परीक्षा ली जाने वाली है। इस पर एनसीटीई और BPSC के चेयरमैन द्वारा काफी कुछ कहा जा चुका है, और अब बीपीएससी की तरफ से इससे संबंधित एक और बड़ा बयान सामने आया है। बीपीएससी को लेकर चाहे लेटेस्ट अपडेट जानिए हमारी इस रिपोर्ट में-
BPSC का लेटेस्ट अपडेट
बीपीएससी के चेयरमैन अतुल प्रसाद ने एक इंटरव्यू के दौरान यह कहा कि इस परीक्षा को देने के लिए B.Ed के छात्रों को कोई रोक नहीं सकता। यह परीक्षा निर्धारित समय पर ही होगी और जिनको एडमिट कार्ड दिया जा चुका है, उनको परीक्षा देने से कोई नहीं रोक सकता है , वो भाग ले सकते हैं उसमें कोई रुकावट नहीं है।
आपको बता देगी बिहार लोक सेवा आयोग के चेयरमैन ने बीएड धारी अभ्यर्थियों के लिए प्राइमरी स्कूलों में भर्ती की स्थिति को स्पष्ट करते हुए कहा कि इस परीक्षा से अभ्यर्थियों की पात्रता की जांच नहीं की जाएगी तथा सभी तरह के अभ्यर्थी जिन्होंने इस बहाली के लिए आवेदन किया है परीक्षा में बैठ सकेंगे।

नहीं होगी नेगेटिव मार्किंग
आपको बता दें कि बिहार टीचर एग्जाम अपने निर्धारित समय यानी 24,25 और 26 अगस्त को ही होगी। इस परीक्षा से संबंधित सभी प्रकार के कंफ्यूजन को दूर करने के लिए शुक्रवार को पटना में बीपीएससी के चेयरमैन अतुल प्रसाद ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी दी।
श्री अतुल प्रसाद जी ने कहा कि बीपीएससी पहली बार इस परीक्षा का आयोजन कर रहा है और ऐसे में कई शंकाएं अभ्यर्थियों के मन में आ रही हैं कि पेपर कैसा आएगा? पैटर्न कैसा होगा आदि। और इन्हीं शंकाओं को देखते हुए बीपीएससी बोर्ड द्वारा यह फैसला लिया गया कि इस परीक्षा में नेगेटिव मार्किंग नहीं की जाएगी।
क्या कहा BPSC चेयरमैन ने
आपको बता दे की सुप्रीम कोर्ट ने यह आदेश दिया कि बीएड धारियों को प्राइमरी स्कूल की शिक्षक भर्ती से बाहर किया जाए। और अब इस फैसले के बाद बीपीएससी शिक्षक बहाली के अभ्यर्थियों में कन्फ्यूजन पैदा हो गई थी।

इसी को स्पष्ट करते हुए बीपीएससी चेयरमैन ने कहा की जिन बीएड धारियों ने प्राइमरी शिक्षक के पदों का आवेदन किया है, वो फिलहाल परीक्षा दे सकेंगे और उनकी नियुक्ति पर फैसला बाद में राज्य सरकार और एनसीटीई करेगा।
आपको बता दें कि इस परीक्षा के आधार पर अभ्यर्थियों की पात्रता की जांच नहीं की जाएगी बल्कि डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के वक्त उनकी पात्रता की जांच की जाएगी।

