जाने बिहार में कब से चालू होगा महात्मा गाँधी सेतु का पूर्वी लेन, इन 13 जिलों को आवागमन होगा आसान

When will the eastern lane of Mahatma Gandhi Setu be operational in Bihar

मंगलवार की शाम महात्मा गांधी सेतु पर भीषण जाम लग गया। यह जाम लगभग चार घंटे तक बना रहा जिससे यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। हालांकि, इस बीच उत्‍तर बिहार के लोगों के लिए एक अच्छी खबर है। अब उन्‍हें पटना आने-जाने में जाम नहीं झेलना पड़ेगा। राजधानी पटना को वैशाली से जोड़ने वाले गंगा पर बने महात्मा गांधी सेतु के पूर्वी लेन का निर्माण कार्य जारी है।

इस पल का काम तेजी से किया जा रहा है। इसके लगभग 100 इंजीनियर, सुपरवाइजर और 1,000 कर्मियों को काम पर लगाया गया है। 46 पायों वाले इस पुल के 36 पायों का सुपर स्ट्रक्चर जंगरोधी स्टील से तैयार हो चूका है। 13 स्पैन पर स्लैब भी रखा जा चुका है। अब तक मिली जानकारी के अनुसार सब ठीक रहा तो इस साल मई 2022 में गांधी सेतु के पूर्वी लेन पर वाहनों का परिचालन शुरू हो जाएगा।

Massive jam on Mahatma Gandhi Setu
महात्मा गांधी सेतु पर भीषण जाम

इन जिलों में आवागमन हो जाएगा बेहद आसान

पहले इसे मार्च 2022 तक पूरा किया जाना था। लेकिन मानसून के समय वर्ष 2021 में गंगा का जलस्तर लंबे समय तक बढ़ा रहने के कारण काम में बाधा उत्पन्न हुई। इस बीच पानी अधिक बढने और अधिक घटने पर भी निर्माण कार्य प्रभावित होता रहा। फिलहाल महात्मा गांधी सेतु के नवनिर्मित पश्चिमी लेन से ही वाहनों की आवागमन चालू है।

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महात्मा गांधी सेतु के पूर्वी लेन का निर्माण कार्य जारी

लेकिन, राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 30 और 19 को जोड़ने वाले इस पुल के एक लेन पर वाहनों की संख्या अधिक होने और ओवरटेक के कारण जाम की समस्या हमेशा बनी रहती है। यहां यह भी बता दें कि इसके चालू हो जाने से वैशाली, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर, सीतामढ़ी, सुपौल, सहरसा, अररिया, पूर्णिया, मधेपुरा, कटिहार, किशनगंज और कटिहार जाना आना बेहद आसान हो जाएगा।

पहले ही हो चूका है उद्घाटन

West Lane of Mahatma Gandhi Setu
महात्मा गांधी सेतु का पश्चिमी लेन

आधिकारिक सूत्रों से पता चला है कि 46 पिलरों वाले गांधी सेतु के 39 पिलर के पियर कैप का काम हो पूर्ण चुका है। इस पियर कैप पर लोहे का स्ट्रक्चर रखा गया है। इसके साथ ही पूर्वी व पश्चिमी लेन के दोनों ओर साढ़े तीन फीट का फुटपाथ भी बनाया जाएगा।

इसके लिए सरिया बिछाया जा चूका है। डेढ़ फीट फुटपाथ का इस्तेमाल यूटिलिटी कोरिडोर के रूप में किया जा रहा है। जिसमें पानी-बिजली व काम के लिए केबल लगाया जाएगा। पैदल यात्रियों की आवागमन के लिए सेतु के दोनों लेन पर 2 मीटर चौड़ा फुटपाथ होगा। सेतु के लेन पर LED लाइट भी लगाई गई है।

आपको बता दें कि महात्मा गांधी सेतु के पश्चिमी लेन पर सुपर स्ट्रक्चर का काम जुलाई 2020 में ही पूरा कर लिया गया था। और इसका उद्घाटन 31 जुलाई 2020 को ही कर दिया गया है। वहीं पूर्वी लेन पर निर्माण कार्य नवंबर 2020 में शुरू किया गया था। जिसे 31 मार्च 2022 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।