Vande Bharat Train Update: अब स्लीपर वंदे भारत ट्रेन का इंतजार खत्म, रेल मंत्री ने कहा इस दिन होगा उद्घाटन

भारतीय रेल विभाग लगातार अपने रेल परिचालन को अलग-अलग प्रकार से विकसित करने में लगा हुआ है। ऐसे में वंदे भारत नामक ट्रेन आजकल बहुत ही ज्यादा चर्चा में है, इसका कारण इस ट्रेन में उपलब्ध आधुनिक टेक्नोलॉजी और उच्चतम सुविधाएं हैं। और वर्तमान की बात करें तो अब तक देश में कुल करीब 23 बंदे भारत दौड़ रहे हैं। और भारतीय रेलवे विभाग का प्लान धीरे-धीरे करके इस नंबर को बहुत ही ज्यादा बढ़ाना है।

इसके साथ ही साथ अब तो जल्दी ही स्लीपर वंदे भारत ट्रेन लाया जाने वाला है। आपको बता दें वर्तमान में चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस एक चेयरकार ट्रेन है, यानी उस ट्रेन में बैठकर यात्रा किया की जा सकती है।

वही स्लीपर ट्रेनों में ऐसा नहीं होता है, और भारत में अत्यधिक जनसंख्या स्लीपर पर ट्रेनों में ही सफर करती है। और इस स्लीपर वंदे भारत ट्रेन पर टिप्पणी करते हुए रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव ने बड़ा अपडेट दिया है, चलिए अब आपको बताते हैं पूरी खबर।

Sleeper Vande Bharat Express

Vande Bharat New Update

जैसा कि ऊपर हमने आपको बताया वर्तमान में चलने वाली वंदे भारत ट्रेन में अब तक चेयरकार कोच ही उपलब्ध है, और इसे शताब्दी रेल रूट पर चलाया जा रहा है। वहीं रेलवे विभाग की योजना स्लीपर वंदे भारत ट्रेन को राजधानी रूट पर चलाने का है।

यह ट्रेनें सामान्य वंदे भारत ट्रेनों की तुलना में लंबी से लंबी रूटों पर भी चल पाएगी और साथ ही साथ ओवरनाइट यात्रा भी शुरू हो पाएगी। वर्तमान में चलने वाली वंदे भारत ट्रेन की अधिकतम स्पीड 160 किलोमीटर प्रति घंटा है, वही आने वाली इन स्लीपर वंदे भारत ट्रेनों की अधिकतम स्पीड 220 किलोमीटर प्रति घंटा बताई जा रही है।

कब तक आएगी स्लीपर वंदे भारत

सूत्रों के अनुसार खबर यह निकल कर आ रही है कि इन स्लीपर वंदे भारत ट्रेनों को बनाने का ठेका जिस ज्वाइंट वेंचर में जिन दो कंपनियों को दिया गया था। उनके बीच विवाद छिड़ गया है, इसलिए यह आशा की जा रही है कि स्लीपर वंदे भारत ट्रेन आने में और भी देर हो सकती है।

पर रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव द्वारा यह स्पष्ट किया गया कि स्लीपर वंदे भारत ट्रेन आने में कोई देरी नहीं होगी और यह ट्रेन साल 2024 के मार्च महीने के करीब तक रेल रूट पर दौड़ने के लिए तैयार हो जाएगी। और बताया की कुल 22 स्लीपर वंदे भारत ट्रेनो का निर्माण जोरों शोरों से चल रहा है।

क्यों हो रहा विवाद

आपको बता दें कि सरकार की योजनाओं कुल 400 स्लीपर वंदे भारत ट्रेनों को बनाने की है, जिसमें 2 से अधिक टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाएगा। जिसके लिए एक भारतीय और एक रूसी रेल निर्माण कंपनी को ज्वाइंट वेंचर के माध्यम से ₹40,000 करोड़ का ठेका दिया गया है।

जिसमें पहली कंपनी सरकार की RVNL है, और दूसरी रूसी कंपनी TMH ग्रुप है, पर मालिकाना हक को लेकर कंपनियों के बीच विवाद है। रूसी कंपनी का कहना है कि भारतीय कंपनी इस वेंचर में 69% हिस्सेदारी की मांग कर रही है। पर जल्दी ही इस विवाद को सुलझा लिया जाएगा।