ब्रिटेन के प्रधानमंत्री चखेंगे मुजफ्फरपुर के लीची का स्वाद, पीएम मोदी ने मन की बात में किया जिक्र

पूरे देश और विश्व के अलग अलग हिस्सों में अपने स्वाद के लिए मशहूर मुजफ्फरपुर के सही लीची का स्वाद अब ब्रिटेन के प्रधानमंत्री भी चखेंगे, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी इसे लेकर अपने मन की बात कार्यक्रम में चर्चा की तो बिहार के किसानों का सीना चौड़ा हो गया।

आपको बता दे कि पिछले ही सप्ताह शाही लीची लंदन के लिए भेजी गयी थी, साल 2018 में शाही लीची को भौगोलिक उपदर्शन रजिस्ट्री यानि की जीआई टैग मिला था, इस टैग के मिलने के बाद शाही लीची की पहचान और भी मजबूत हुई है।

कई प्रमुख प्रजातियां

चीन के बाद भारत विश्व में लीची का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है। लीची का पारदर्शी, स्वादिष्ट बीजचोल या खाने योग्य गुदा भारत में एक टेबल फ्रूट के रूप में लोकप्रिय है। वहीं चीन और जापान में इसे सूखे या डिब्बाबंद रूप में पसंद किया जाता है। बिहार लीची के उत्पादन मामले में अव्वल है।

भारत में शाही, अर्ली बेदाना, रोजसेंटड, चायना, कसबा, मंदराजी और लेट-बेदाना, लौगिया, कसैलिया, कलकतिया लीची की प्रमुख प्रजातियां हैं। शाही लीची को श्रेष्ठ माना जाता है। यह काफी रसीली होती है। गोलाकार होने के साथ इसमें बीज छोटा होता है। स्वाद में काफी मीठी होती है। इसमें खास सुगंध होता है।