बिहार में जून तक तैयार होगा यह ब्रिज, आसान सफर के साथ पर्यटन शिक्षा और व्यापार का होगा विकास

This bridge will be ready in Bihar by June

बिहार में एक और गंगा पुल अगले वर्ष 2022 के जून तक बनकर तैयार होने की उम्मीद है। यह गंगा पुल खगडिया के परबत्ता प्रखंड अगुवानी गंगा घाट से सुल्तानगंज तक निर्माणाधीन है। इस बात को लेकर स्थानीय लोगों में खुशियां देखी जा रही है। इस पुल के बनने से जहां लोगों को धार्मिक स्थल जाने में सहूलियत होगी। वहीं जिले के किसान और व्यापारियों को एक बेहतरीन विकल्प के साथ विस्तृत बाजार भी मिलेगा।

आपको बता दे कि इस पुल के दोनों तरफ 25 किलोमीटर सड़क का निर्माण किया जा रहा है। बताते चलें कि एप्रोच पथ के जमीन का लगभग अधिग्रहण कर लिया गया है। अगुवानी की तरफ निर्माणाधीन पिलर संख्या 15 के अलावा लगभग सभी पिलरों का निर्माण कार्य लगभग पूरा कर लिया गया है। फिलहाल यहां अभी सुपर स्ट्रक्चर एवं छत ढलाई का काम तेजी से किया जा रहा है।

ganga bridge will be ready by june
बिहार में एक और गंगा पुल अगले वर्ष 2022 के जून तक बनकर तैयार होने की उम्मीद

झूलता डॉल्फिन और वेधशाला लोगों को करेगा आकर्षित

स्थानीय जनता की माने तो इस फोरलेन पुल के निर्माण के साथ ही खगड़िया के अगुवानी घाट का पुराना महत्व वापस आएगा। जबकि इस पुल के बीच में डेक के नीचे झूलता हुआ डॉल्फिन वेधशाला भी पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करेगा। साथ ही दियारा क्षेत्र के विकास को गति देने के लिये भी यह पुल एक अहम कड़ी बनेगा। साथ ही दक्षिण बिहार से आने वाले गिट्टी बालू की कीमतों में भी कमी होगी।

Ganga bridge under construction from Aguwani Ganga Ghat to Sultanganj
अगुवानी गंगा घाट से सुल्तानगंज तक निर्माणाधीन गंगा पुल

इससे आम लोगों को मकान बनाने में सहूलियत होगी और यह इलाका तेजी से शहरीकरण के माध्यम से विकास की ओर अग्रसर होगा। निर्माण कंपनी एस पी सिंगला के प्रोजेक्ट डायरेक्टर ई. आलोक कुमार झा ने बताया कि कंपनी पुल का निर्माण इस वर्ष पूरा करने की कोशिश कर रही है। जिसके लिए लगातार 24 घंटे कार्य किये जा रहे हैं।

जाने पुल की क्या होगी खासियत

  • फोर लेन पुल जिसमें दो-दो लेन का दो अलग-अलग पुल बनेगा
  • पिलर की बजाय केबुल पर झूलता हुआ पुल होगा
  • पुल केबल स्टैंड आधारित होगी
  • पुल पूरी तरह प्रकाश प्रणाली होगा, जिसमें व्हीकल अंडरपास भी बनेगा
  • रोटरी ट्रॉफिक प्रणाली
  • 4×4 टॉल प्लाजा
  • पैसेंजर अंडरपास
  • पुल में दो पिलरों के बीच 125 मीटर की दूरी होगी
  • पुल की कुल लंबाई -3.160 किलो मीटर
  • पहुंच पथ की लंबाई 25 किमी

वर्ष 2014 में CM नीतीश ने किया था शिलान्यास

बिहार सरकार इस महत्वाकांक्षी परियोजना का शिलान्यास 23 फरवरी 2014 को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया था। इस पुल के निर्माण से उत्तर तथा दक्षिण बिहार के बीच की दूरी काफी कम हो जाएगी। वहीं पुल पर आवागमन बहाल होने से सावन माह में देवघर जलाभिषेक को जाने वाले कावरियों को भी फायदा पहुंचेगा।

जबकि यह पुल सीधे तौर पर एनएच 31 तथा एनएच 80 से भी जुड़ेगा। बता दें कि राष्ट्रीय उच्च पथ 31 स्थित पसराहा एवं मुंगेर भागलपुर राष्ट्रीय उच्च पथ 80 स्थित सुल्तानगंज के पास फोरलेन सड़क का मिलान किया जाना है। जहां कार्य तीव्र गति से की जा रही है।

45 पाया का निर्माण कार्यपूर्ण

एस पी सिंगला कंस्ट्रक्शन कंपनी के प्रोजेक्ट डाईरेक्टर ईं आलोक झा ने बताया कि अगुवानी-सुल्तानगंज गंगा की मुख्य धारा में कुल लंबाई 3.160 किलो मीटर महासेतु का निर्माण कार्य होना है। इसमें से 1700 मीटर का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। शेष बचे सुपर स्ट्रक्चर संगमेंट का कार्य युद्ध स्तर से चल रहा है।

जबकि गंगा की धारा में सभी 45 पाया का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है। साथ ही अगुवानी से राष्ट्रीय उच्च पथ 31 स्थित पसराहा तक पहुंच पथ फोरलेन निर्माण कार्य को लेकर भूमि अधिग्रहण प्रशासन द्वारा करा दिया गया है। जिसपर पर मिट्टी भराई के साथ अंडरपास एवं पुल पुलिया आदी का निर्माण कार्य जारी है। श्री झा ने बताया कि सब कुछ ठीक ठाक रहा तो 2022 तक इस महासेतु पर गाड़ी दौडना शुरू हो जाएगा।