बिहार के इस रूट से चलेगी पहली सोलर ट्रैन, ट्रैक किनारे लगेगा सौर ऊर्जा प्लांट, जानिए पूरा प्लान

भारत की पहली सोलर पावर सिस्टम तकनीक पर आधारित ट्रैन 15 जुलाई 2017 को पटरियों पर दौरि थी। इसी सिलसिले में बिहार में रेलवे के लिए एक नयी उपलब्धि जुड़ने वाली है। बिहार में बहुत जल्द सोलर ट्रैन चलाने की तैयारी हो रही है। सबसे पहले सौर ऊर्जा से हावड़ा से बिहार होते हुए नई दिल्ली रूट पर ट्रेन का परिचालन शुरू किया जाएगा। इसके साथ ही रेलवे ट्रैक के किनारे खाली पड़ी जमीन पर सौर ऊर्जा के लिए सोलर प्लांट लगाएगा।
ये तय है कि इस परियोजना के आने से बिहार में विकास को और गति मिलेगी। भारतीय रेलवे ने पायलट प्रोजेक्ट के तहत मध्य प्रदेश के बीना में सोलर पावर प्लांट (solar power plant) लगाया है। इस सोलर प्लांट से 1.7 मेगावाट की बिजली का उत्पादन होगा और इस प्लांट से बनने वाली बिजली से ट्रेनें चलाई जाएंगी।
भारतीय रेलवे का इस दिशा में बड़ा प्रयोग
विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो बिहार में इस योजना के जमीन चिन्हित करने की तैयारी शुरू कर दी गई है। कहा जा रहा है कि यह पूरा काम एक प्राइवेट कंपनी करेगी। आपको बता दें कि वर्तमान समय में भारतीय रेलवे में तमाम नए प्रयोग हो रहे हैं। ऐसे में अब हाल ही में भारतीय रेलवे ने इस दिशा में बड़ा प्रयोग किया है।
देश में कब दौड़ी थी पहली सोलर ट्रैन?

भारतीय रेलवे की सोलर पॉवर सिस्टम की तकनीक पर आधारित पहली ट्रेन 15 जुलाई, 2017 को देश की रेल पटरियों पर दौड़ी थी। तब तत्कालीन रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने स्पेशल डीईएमयू (डीजल-इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट) ट्रेन को हरी झंडी दिखाई थी। रेलवे ने इस ट्रेन में कुल 10 कोच (8 पैसेंजर और 2 मोटर) थे। इस ट्रेन में 8 कोच की छतों पर 16 सोलर पैनल लगे थे। इन सोलर पैनलों की सहायता से बनने वाली बिजली से भारतीय रेलवे के ट्रेनों में लाइट और पंखे चलाए जाते हैं।
बिहार के लिए गर्व का विषय
लेकिन अब तक, किसी भारतीय रेलवे नेटवर्क ने ट्रेनों को चलाने के लिए सौर ऊर्जा का उपयोग नहीं किया है। ऐसे में अगर मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बिहार रूट से सोलर एनर्जी से देश की पहली ट्रेन चलेगी तो यह न सिर्फ रेलवे के लिए बड़ी उपलब्धि होगी बल्कि बिहार जैसे राज्य के लिए गर्व का विषय भी होगा।