बिहार के लोगों में बढ़ा महँगी गाड़ियों का क्रेज, सरकार के राजस्व में हो रही बढ़ोतरी, देखे आकड़े

The craze of expensive vehicles increased among the people of Bihar

देश में महंगी गाड़ियों को रखने वाले शौकीनों के कमी नहीं है। बिहार में भी महंगी गाड़ी खरीदने का लोगों में क्रेज लगातार बढ़ रहा है। इस बात का अंदाजी आप इसी से लगा सकते हैं कि कोरोना के बावजूद राज्य सरकार को महंगी कारों की खरीद पर टैक्स के रुप में भारी भरकम राशि प्राप्त हो रही है।

आकड़ो के मुताबिक बिहार में पिछले 4 साल की तुलना में अभी कारों की बिक्री दो लाख से कम हो गई है। इसके बावजूद राज्य सरकार को हर गाड़ी पर डेढ़ गुना से अधिक टैक्स मिल रहा है।

People of Bihar are buying expensive vehicle
बिहार के लोग खरीद रहे महँगी गाड़ियां

सरकार को 1867 करोड़ की कमाई

बीते तीन सालों में कोरोना की वजह से टैक्स स्लैब में कोई भी बदलाव नही हुआ है। तब भी सरकार के राजस्व में कोई कमी नहीं आई। साल 2019 में 12 लाख 65 हजार गाड़ियों की बिक्री हुई थी और इससे सरकार को 1867 करोड़ की राशि सरकारी राजस्व में गई।

car sales in bihar
बिहार में गाड़ियों की बिक्री

वहीं 2020 में कोरोना की दस्तक हुई जिससे बाजार डाउन हो गया। इसका सिधा असर बिक्री पर पड़ा। उस साल केवल 10 लाख 36 हजार गाड़ियां ही बिकी। जिससे सरकार को 1735 करोड़ की आमदनी हुई।

ग्रामीण इलाकों में भी महंगी गाड़ियों के शौक़ीन

वहीं 2021 की बात करें तो 10 लाख 10 हजार गाड़ियों की बिक्री हुई। जिससे सरकार को 1879 करोड़ की आमदनी हुई। यानी कि सरकार को पिछले साल की तुलना में आठ फीसदी की वृद्धि हुई।

Fans of expensive vehicles even in rural areas
ग्रामीण इलाकों में भी महंगी गाड़ियों के शौक़ीन

महंगी गाड़ियों का शौक शहर के लोगों के अलावा ग्रामीण इलाकों में रहने वालों में भी दिख रहा है। पंचायती राज के प्रतिनिधि हों या बिल्डर, ठेकेदार, अधिकारी हों या अन्य रसूखदार, महंगी गाड़ियों की ही खरीद कर रहे हैं।

गाड़ियों की कीमत में भी बढ़ोतरी

गाड़ियों की कीमत बढ़ जाने से टैक्स में वृद्धि हुई है। दो तीन साल पहले तक गाड़ियों की जो कीमत थी उसमें डेढ़ गुना तक की वृद्धि हो गई है। वहीं अगर हम इस साल की बिक्री की बात करे तो फरवरी तक डेढ़ लाख कारों की बिक्री हो चुकी है।

Increase in the price of vehicles
गाड़ियों की कीमत में भी बढ़ोतरी

जिससे सरकार को 338 करोड़ 19 लाख की आमदनी हो चुकी है। अगर 2019 और 2022 में तुलना करे तो, 2019 में सरकार को एक गाड़ी से 14,757 रुपए मिल रहे थे। वही अब ये आकड़ा बढ़कर 23 हजार से ज्यादा हो गया है।

वर्ष गाड़ियां (लाख में) आमदनी (करोड़ में) टैक्स(औसतन रुपए प्रति गाड़ी)

2018 12.85 1324.06 10304.81
2019 12.65 1867.22 14757.40
2020 10.36 1735.76 16748.75
2021 10.10 1879.36 18612.60
2022- फरवरी 1.46 338.19 23167.90