Virat Ramayan Mandir: अयोध्या के जैसे बिहार में भी बन रहा विराट रामायण मंदिर, अब रतन टाटा की कंपनी करेगी मदद

कई सदियों के इंतजार और दशकों की क़ानूनी लड़ाई के बाद अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर अब अपने अंतिम चरण में है। नए वर्ष यानि 22 जनवरी 2024 को रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होने वाली है।
लेकिन इसी बीच बिहार वासियों के लिए भी अच्छी खबर है। दरअसल बिहार में भी अयोध्या की तर्ज पर “विराट रामायण मंदिर” का निर्माण किया जा रहा है। जिसके लिए अब देश के मशहूर उद्योगपति रतन टाटा के कपनी की मदद ली जाएगी। आईये जानते है पूरी रिपोर्ट।
रतन टाटा की कंपनी करेगी मदद

गौरतलब है की बिहार के पूर्वी चंपारण में पटना के महावीर मंदिर ट्रस्ट द्वारा विराट रामायण मंदिर बनवाया जा रहा है। खबर ये है की अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि मंदिर के निर्माण की देखरेख करने वाली कंसल्टेंसी कपनी अब बिहार के पूर्वी चंपारण में बन रहे इस मंदिर के निर्माण की भी निगरानी करेगी।
इस कपनी का नाम टाटा कंसल्टिंग इंजीनियर्स लिमिटेड है, जो टाटा समूह के अंतर्गत आता है। इसके लिए कंपनी और महावीर मंदिर न्यास के बीच एक समझौते पर हस्ताक्षर किया गया है।
अयोध्या के जैसे बिहार में बन रहा विराट रामायण मंदिर
अयोध्या की तरह बिहार में बन रहे विराट रामायण मंदिर को श्रद्धालुओं के लिए साल 2026 में शुरू कर दिया जाएगा। महावीर मंदिर न्यास के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने पटना के फेमस महावीर मंदिर में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस बात की जानकारी दी।
अयोध्या से जनकपुर की बीच बनाए जा रहे राम-जानकी मार्ग पर स्थित विराट रामायण मंदिर 140 एकड़ क्षेत्रफल में फैला हुआ है। जिसका मुख्य मंदिर 1080 फीट लंबा, 540 फीट चौड़ा और 270 फीट ऊंचा है।
मंदिर में 33 फीट ऊंचा और 33 फीट गोलाकार शिवलिंग भी स्थापित किया जाएगा। यह विश्व का सबसे बड़ा शिवलिंग होगा जिसमें एक हजार छोटे-छोटे शिवलिंग भी शामिल होंगे।
मंदिर में कुल 22 देवालय और 12 शिखर हैं, जिसका दूसरा बड़ा शिखर 198 फीट का है। मालूम हो की पूर्वी चंपारण के कैथवलिया में बनने वाले विराट रामायण मंदिर का भूमि पूजन 2012 में किशोर कुणाल ने किया था। उसके बाद 2022 में इसका शिलान्यास किशोर कुणाल के द्वारा ही किया गया।
क्या-क्या काम करेगी कंसल्टेंसी कपनी?
किशोर कुणाल ने कहा कि – “टाटा कंसल्टिंग इंजीनियर्स लिमिटेड विराट रामायण मंदिर के संपूर्ण कार्यों की गुणवत्ता, समयबद्धता, तकनीक आदि सभी पहलुओं का सुपरविजन करेगी। यह कंपनी अयोध्या के राम मंदिर के निर्माण में इसी भूमिका में काम कर रही है।”
वहीं कंपनी के महाप्रबंधक सौरभ मूले ने बताया कि – “उनकी कंपनी विराट रामायण मंदिर के निर्माण की गुणवत्ता, संरक्षा, डिजाइन, टाइम लाइन आदि का पर्यवेक्षण करेगी।”
अयोध्या दर्शन करने जाने वाले भक्तों के लिए ये सुविधा
इसके साथ-साथ किशोर कुणाल ने बताया कि अयोध्या में राम मंदिर का दर्शन करने जाने वाले भक्तों को वहां राम रसोई जरूर दिखाई देती है। यह राम रसोई बिहार के राजधानी पटना स्थित हनुमान मंदिर ट्रस्ट की ओर से संचालित किया जाता है।
जहां हर रोज देश भर से आने वाले तीन से चार हजार रामभक्तों को बिहारी शैली में मुफ्त में पेट भर स्वादिष्ट भोजन कराया जाता है। ऐसे में अगर आप भी अयोध्या भ्रमण के लिए जाते है तो आप यहाँ जाकर इसका आनंद उठा सकते है।
वहीँ 22 जनवरी 2024 को प्राण प्रतिष्ठा में होने वाले भीड़ व श्रद्धालुओं को किसी तरह की कोई परेशानी नहीं हो इसलिए अब 15 जनवरी से 15 फरवरी 2024 कुल एक महीने तक सुबह नौ से रात नौ बजे तक श्रद्धालुओं को भोजन पडोसा जाएगा। एक महीने बाद अपने पुराने समय सुबह नौ से दोपहर 3:30 बजे तक यह काम चलता रहेगा।
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