Bihar Teacher News: बिहार के स्कूलों में पढ़ाएंगे टीचर्स ट्रेनिंग ले रहे विद्यार्थी, सभी जिलों के DM और प्राचार्यों को निर्देश जारी

बिहार सरकार द्वारा संचालित शिक्षक प्रशिक्षण संस्थानों के विद्यार्थी (प्रशिक्षु) अब राज्य के स्कूलों में विद्यार्थियों को पढ़ाएंगे। ये प्रशिक्षु उम्मीदवार बिहार के प्रारंभिक स्कूलों (कक्षा एक से आठ) में पढ़ाएंगे।
हीं, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्कूलों के छात्र इन संस्थानों में जाकर कंप्यूटर, विज्ञान आदि प्रयोगशाला का उपयोग करते हुए शिक्षा प्राप्त करेंगे। इसको लेकर शिक्षा विभाग (Education Department) ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों और संस्थानों के प्राचार्यों को निर्देश दिया है।
अनुपयोगी उपस्करों की नीलामी करने का भी निर्देश
शिक्षा के विभाग के निदेशक (प्रशासन) सुबोध कुमार चौधरी ने सभी जिलों को भेजे पत्र में कहा है कि – “24 अगस्त को विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने नालंदा जिले के शिक्षक प्रशिक्षण संस्थान (डायट) का निरीक्षण किया था।
इस दौरान उन्होंने देखा कि संस्था में अच्छे एवं उपयोगी उपस्कर जैसे कुर्सी, टेबुल, डेस्क आदि रखे गए हैं, जिनका कोई उपयोग नहीं हो रहा है। दूसरी ओर स्कूलों में उपस्करों की कमी है।” इसलिए यह भी निर्देश दिया जाता है कि ऐसे संस्थान से नजदीक के स्कूलों में उपस्कर भेजे जाएंगे।

इसके साथ ही विभाग ने यह भी निर्देश दिया है कि संस्थानों के प्राचार्य शनिवार मुख्यालय स्तर पर वीडियो कांफ्रेंसिंग से की जाने वाली समीक्षा के दौरान जिला शिक्षा पदाधिकारी के साथ उपस्थित रहेंगे। वहीं, इन संस्थानों में अनुपयोगी उपस्करों की नीलामी करने का भी निर्देश दिया गया है।
शिक्षा विभाग के केके पाठक के नए आदेश
वहीँ बिहार में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक अपने आदेशों (KK Pathak New Order) को लेकर अक्सर चर्चा में बने रहते है। अब उनके नए आदेश के अनुसार बिहार के सरकारी स्कूलों में बच्चों को पढ़ाने के लिए गेस्ट टीचर की नियुक्ति की जाएगी।
सभी प्राचार्यों को कहा गया है कि शिक्षक भर्ती प्रक्रिया पूरी होने तक जहां शिक्षकों के पद खाली हैं, वहां आउटसोर्सिंग से गेस्ट टीचर की सेवा ली जाए। इसके अलावा बिहार के 10 हजार विद्यालयों में कंप्यूटर लैब लगाने की भी योजना है।
कौन होते है अतिथि शिक्षक?
अतिथि शिक्षक एक ऐसे व्यक्ति होते है जो अन्य शिक्षकों के साथ काम करते हुए शिक्षा संस्थानों में समय-समय पर आकर्षित होता है, ताकि वह विशिष्ट क्षेत्रों में विशेषज्ञता रखने वाले व्यक्तियों के रूप में छात्रों को प्रशिक्षण दे सके।
अतिथि शिक्षक का मुख्य उद्देश्य छात्रों को उनके चयनित क्षेत्र में गहरी समझ और ज्ञान प्रदान करना होता है, जो कि विशेषज्ञ या प्रोफेशनल शिक्षकों द्वारा प्रदान किए जाने वाले पाठ्यक्रम के बाहर होता है।