बिहार मैट्रिक परीक्षा में फर्स्ट डिविजन आया छात्र, लेकिन कर डाला ये काम

बिहार मैट्रिक परीक्षा का रिजल्ट हाल ही में जारी कर दिया गया। जिसमें कई स्टूडेंट्स ने सफलता के कदम चूमे तो कई के हाथों निराशा भी लगी।
लेकिन इसी बीच एक ऐसा वाकया भी सामने आया है जिसमें छात्र ने बिहार मैट्रिक परीक्षा में फर्स्ट डिविजन आने के बावजूद ये काम कर डाला है।
मैट्रिक में फर्स्ट डिविजन के बाद भी आत्महत्या
दरअसल बिहार के नालंदा जिले के सिलाव थाना क्षेत्र के सुरूमपुर गांव के रहने वाले एक स्टूडेंट ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है।
इस मृतक छात्र की पहचान नागेंद्र सिंह के 16 वर्षीय बेटे साहिल कुमार के रूप में हुई है। सिलाव श्री गांधी द्वितीय उच्च विद्यालय के छात्र साहिल कुमार ने इस वर्ष मैट्रिक की परीक्षा दी थी।
चौंका देने वाली बात तब सामने आई जब 31 मार्च 2024 को बिहार बोर्ड मैट्रिक परीक्षा का रिजल्ट प्रकाशित हुआ। जिसमें मृतक साहिल कुमार फर्स्ट डिवीजन यानि प्रथम श्रेणी से पास हुआ।
अपने रिजल्ट से संतुष्ट नहीं था साहिल
घटना के संबंध में मृतक के परिजनों ने कहा कि – “साहिल पढ़ाई में काफी अच्छा था। लेकिन जब मैट्रिक की परीक्षा में उसके अंक उम्मीद से कम आये तो साहिल डिप्रेशन में चला गया।”
रविवार की रात में खाना खाने के बाद वह सोने चला गया। जहां उसने गले में फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली।
नजारा देख सभी रह गए अवाक
जब सुबह साहिल की मां उसे चाय पीने के लिए उठाने गई तो देखा कि उसके कमरे का दरवाजा अंदर से बंद है। कुछ देर तक आवाज देने के बाद भी जब अंदर से कोई आवाज नहीं आई तो मां को कुछ गड़बड़ी की आशंका हुई।
इसके बाद आसपास के लोगों को बुलाया गया और कमरे का दरवाजा तोड़ा गया तो अंदर का नजारा देख सभी अवाक रह गए।
माता-पिता और परिजनों के बीच मचा कोहराम
कमरे में पंखे से साहिल के लटकते शव को देखते ही माता-पिता और परिजनों के बीच कोहराम मच गया। किशोर के शव को पंखे से नीचे उतारा गया और पुलिस को इस बात की सुचना दी गई।
इस घटना की सूचना प्राप्त होते ही, सिलाव पुलिस घटना स्थल पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
बता दे की साहिल तीन भाइयों में सबसे बड़ा था। उसकी मौत के बाद परिवार में गम का माहौल है। आसपास के लोगों का कहना है कि – “साहिल पढ़ने में अच्छा था और उसे उम्मीद थी कि वो अच्छे नंबरों से पास होगा।”
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