पिता के कहने पर इंजीनियर बने स्कूल की दोस्त के साथ तैयारी किया, दोनों ने BPSC निकाला

बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) 64वीं संयुक्त परीक्षा का परिणाम आ चूका है, चारो ही तरफ टॉपर्स और उत्तीर्ण हुए कैंडिडेट्स की चर्चा हो रही है और उनके प्रेरक कहानियों को लोग पढ़ रहे है। कुछ ऐसी ही कहानी है इस परीक्षा में सेकेंड टॉपर विद्यासागर की, बिहार के सुपौल के रहने विद्यासागर (BPSC Topper Vidyasagar) और उनकी दोस्त प्रिया गुप्ता (Priya Gupta) को सफलता मिली है।
साथ चले दोनों दोस्त
विद्यासागर और प्रिया दोनों ही स्कूल के दिनों के दोस्त है और सुपौल के जवाहर नवोदय विद्यालय से पढ़े हैं, स्कूल में पढ़ाई के दौरान हुई दोस्ती आज तक टिकी हुई है और मिलकर आज दोनों ने BPSC में सफलता पाई है। एक तरफ जहाँ विद्यासागर ने BPSC में टॉप करते हुए दूसरा स्थान पाया है तो प्रिया को सप्लाई इंस्पेक्टर का पद हासिल हुआ है। दोनों ने बताया कि एक दूसरे की मदद से उन्हें तयारी में सहूलियत हुई है।
पिता के कहने पर किया इंजीनियरिंग
विद्यासागर ने NIT त्रिची से अपना इंजीनियरिंग किया है जो वे कहते है कि अपने पिता के कहने पर किया फिर जब कैंपस प्लेसमेंट हुई तो उसे छोड़ UPSC की तैयारी में जुट गए। पिछले ही साल विद्यासागर को UPSC में सफलता मिली और IRAS यानी इंडियन रेलवे एकाउंट सर्विस को ज्वाइन कर लिया। फिलहाल वो उसी पद पर है। उन्होंने बताया कि BPSC में प्रथम प्रयास था।
विद्यासागर ने बताया की BPSC की तैयारी करने वाले चार बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है, पहला यह कि डायरेक्शन सही होना चाहिए कि क्या पढ़ना है, क्या नहीं। दूसरी बात यह कि मोटिवेशन होना चाहिए। तीसरी बात, धैर्य रखना पड़ेगा और चौथी बात यह कि कठिन परिश्रम करना पड़ेगा। यानी पढ़ाई तो जम कर करनी ही पड़ेगी।इसका कोई विकल्प नहीं।
उन्होंने कहा कि आज के इस इंटरनेट युग में आपके पास ऑन लाइन रिसोर्स काफी हैं और यह आपके तैयारी को और भी बेहतर बना सकता है, विद्यासागर के पिता हरिनंदन यादव सुपौल में प्राइमरी टीचर मां पवित्री देवी एक गृहिणी हैं दो भाई और एक बहन में वह सबसे छोटे है।
प्रिय गुप्ता की कहानी
प्रिया गुप्ता ने बताया कि उनका भी यह पहला प्रयास था और सेल्फ स्टडी के बदौलत ही उन्होंने इस मुकाम हो हासिल किया है, स्कूल की पढाई पूरी करने के बाद साल 2017 में हरियाणा से इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन में इंजीनियरिंग की पढाई पूरी की। प्रिय के पिता परमानंद गुप्ता किसान हैं और माता का नाम देवकी देवी है। वो तीन बहनों में सबसे छोटी है।