बिहार के राजगीर में बनेगा खेल विश्वविद्यालय, खेल के एक्सपर्ट होंगे वीसी, महिलाओं को मिलेगा 33 फीसदी आरक्षण

गुजरात, पंजाब, असम, तमिलनाडु और राजस्थान के बाद खेल विश्वविद्यालय स्थापित करने वाला बिहार छठा राज्य बन गया है। जी हाँ है, बिहार विधानसभा में विधेयक, 2021 पास हो गया जिसमें मंगलवार को चार विधेयकों पर मुहर लगी। इनमें बिहार पंचायत राज (संशोधन) विधेयक 2021, आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय विधेयक 2021, बिहार स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय विधेयक 2021 और बिहार खेल विश्वविद्यालय शामिल हैं।
बिहार में खेल विवि के स्थापित होने के बाद बिहार के युवा भी खेल के क्षेत्र में ऊंचाई हासिल कर पाएंगे, बिहार जल्द ही एक ‘स्पोर्टिंग पॉवर’ के रूप में विकसित होगा। इस विवि से अलग अललग तरह के खेलों में खिलाड़ियों का समुचित प्रशिक्षण का सपना साकार हो पायेगा।
बिहार के कला, संस्कृति एवं युवा मंत्री डॉ. आलोक रंजन ने विधानसभा में विधेयक पेश करते हुए कहा कि बिहार को खेल में बड़ी ताकत बनाने के उद्देश्य से बिहार खेल विश्वविद्यालय बनाने का निर्णय लिया गया है। बिहार खेल विश्वविद्यालय बनाने वाला देश का छठा राज्य होगा। इसके पहले गुजरात, तमिलनाडु, राजस्थान, असम और पंजाब में इस तरह का विश्वविद्यालय काम कर रहा है।
उन्होंने बताया कि स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी में खेल से संबंधित डिप्लोमा से लेकर पोस्टग्रेजुएट तक की पढ़ाई होगी। प्रारंभिक चरण में शारीरिक शिक्षा, स्पोर्ट्स फिजिक्स, खेल प्रशिक्षण, स्पोर्टस मीडिया, खेल प्रबंधन और खेल प्रशासन संबंधी विषयों की पढ़ाई होगी। राजगीर में मुख्यालय होगा और सीएम कुलाधिपति होंगे। राजगीर का राज्य खेल एकेडमी इसका हिस्सा होगा। ऐसे व्यक्ति को विवि का कुलपति बनाया जाएगा जिन्हें खेल प्रशासन या खेल प्रबंधन का अनुभव हो, अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी हों। इससे सम्बद्ध सभी कॉलेज में महिलाओं के लिए 33 फीसदी सीटों का आरक्षण होगा।