Bihar Teacher Job: कनाडा छोड़ सोनल बिहार में बनी टीचर, 51 फीसदी महिलाओं को मिली नौकरी

बीपीएससी द्वारा आयोजित दूसरे चरण की शिक्षक भर्ती परीक्षा में पास हुए कुल 96,823 अभ्यर्थियों को उनका नियुक्ति पत्र सौंपा गया. दो चरणों की शिक्षक बहाली में 2 लाख से अधिक युवाओं को सरकारी स्कूलों में शिक्षक बनने का ऑफर मिला है.
शिक्षक बनने को लेकर युवाओं में जबरदस्त क्रेज देखा जा रहा है. कोई पुलिस की नौकरी छोड़कर तो कोई कनाडा छोड़कर बिहार में शिक्षक की नौकरी करने जा रहा है.
कनाडा छोड़ सोनल बिहार में बनी शिक्षक
दरअसल आईटी और पुलिस समेत अन्य सरकारी और प्राइवेट नौकरी छोड़ कर शिक्षक बनने वाले युवाओं को टीचर्स को मिलने वाली सैलरी काफी पसंद आ रही है.
कुछ ऐसा ही वाकया सामने आया जब बिहार की एक युवती ने कनाडा में बेहतरीन जॉब का ऑफर छोड़ कर स्कूल में टीचर बनने का फैसला लिया. इस युवती का नाम सोनल अग्रवाल है.

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सोनल बिहार के वैशाली की रहने वाली है. बीपीएससी शिक्षक भर्ती परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के बाद उनका चयन मध्य विद्यालय के शिक्षक पद के लिए हुआ है.
अपने राज्य में शिक्षक की नौकरी करने का फैसला
फिलहाल सोनल भुनेश्वर स्थित आईटी कंपनी में रिसर्च एंड डेवलपमेंट टीम में इलेक्ट्रॉनिक चिप डिजाइन करने का काम कर रही थी. कंपनी उन्हें कनाडा भेजने वाली थी.
बता दे की वैशाली की सोनल ने दिल्ली विश्वविद्यालय से एमए और 2019-2020 में संस्कृत से नेट परीक्षा पास किया है. उन्होंने विदेश में जॉब का ऑफर छोड़ कर अपने राज्य में शिक्षक की नौकरी करने का फैसला लिया है.
बिहार के उच्च माध्यमिक स्कूल में पढ़ाएंगे सत्य प्रकाश
सोनल के जैसे ही वैशाली के ही सत्य प्रकाश किशन ने दिल्ली विश्वविद्यालय से एमए और 2019-2000 में संस्कृत में नेट परीक्षा पास कर रखा है. हालाँकि अब सत्य प्रकाश भी बिहार के उच्च माध्यमिक स्कूल में पढ़ाएंगे.
सत्य प्रकाश जैसे प्रतिभावान युवाओं के शिक्षक बनने से सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को बेहतर शिक्षा मिलेगी.
यूपी पुलिस की नौकरी छोड़ बिहार में बने टीचर
इसके बाद उत्तर प्रदेश पुलिस में नौकरी कर रहे मुजफ्फरपुर के विक्की कुमार ने भी पुलिस का डंडा छोड़ कर स्कूल में बच्चों को पढ़ाने के लिए अब छड़ी हाथ में थामने का फैसला किया है.
पुलिस की नौकरी छोड़ कर शिक्षक बनने वाले विक्की कुमार अब अपने ही राज्य में बच्चों को पढ़ाने की जिम्मेदारी मिलने से काफी खुश है. इसके अलावा जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय में सहायक बक्सर के उमेश कुमार ने भी गुरुजी बनने को प्राथमिकता दी है.
केबीसी विजेता सुशील कुमार भी बने टीचर

शिक्षक बनने वाले सबसे चर्चित चेहरों में कौन बनेगा करोड़पति के विजेता सुशील कुमार भी शामिल है. 2011 में केबीसी में पांच करोड़ रुपये जीतने वाले पूर्वी चंपारण के सुशील कुमार को भी गांधी मैदान के मुख्य समारोह में मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने नियुक्ति पत्र दिया.
सुशील ने कहा कि – “बी.एड. की पढ़ाई 2014 में पूरी करने के बाद पिछले साल एसटीईटी उत्तीर्ण किया.” उनका चयन मध्य माध्यमिक विद्यालय में मनोविज्ञान विषय के लिए किया गया.
51 फीसदी महिलाओं को मिली नौकरी
राजधानी पटना के गाँधी मैदान में शिक्षक नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम के दौरान सीएम नितीश कुमार ने सबोंधित करते हुए बिहार में नारी सशक्तिकरण के बारे में भी बताया.
इस मौके पर उन्होंने कहा की – “यह ख़ुशी की बात है की आज जितने नवनियुक्त शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दिया गया है, उनमें 51 प्रतिशत महिलाऐं शामिल है.”
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