डॉलर, युआन और दिरहम, जानिए विदेशी मुद्रा के सामने कहां टिकता है हमारा रुपया; ये रही एक्सचेंज रेट लिस्ट

Rupee Exchange Rate: दुनिया भर में सभी देशों की अपनी अपनी मुद्रा करेंसी हैं, प्रत्येक देश में उसी देश की करेंसी में ही लेन देन और कारोबार होता है। जैसे की हमारे देश की करेंसी है रुपया।
करेंसी एक्सचेंज रेट से यह पता लगा सकते है की किस देश की करेंसी मजबूत है और किस देश की कमजोर, करेंसी एक्सचेंज रेट से विभिन्न देशों की मुद्रा तुलना कर स्थिति जान सकते है।
डॉलर और भारतीय रूपये की बात करे तो इस समय रूपये के लिए डॉलर का एक्सचेंज रेट 82.95 है। इससे यह पता चलता है की अभी डॉलर मजबूत स्थिति में है।एक्सचेंज रेट डिमांड और सप्लाई सहित कई कारकों पर निर्भर करता है । 1990 से पहले भारत में आरबीआई द्वारा एक्सचेंज रेट तय किया जाता था। इस समय रूपये के लिए डॉलर की एक्सचेंज रेट 82.95 है।
रूपये के लिए एक्सचेंज रेट
भारतीय वित्त मंत्रालय द्वारा भारतीय रूपये के बराबर विदेशी करेंसी की एक ईकाई की एक्सचेंज रेट लिस्ट जारी की गई है। यह आयात माल और निर्यात माल के लिए अलग अलग है। आंकड़ों को देखा जाए तो आयात माल के लिए रुपए के लिए ऑस्ट्रेलियन डॉलर की एक्सचेंज रेट 57.35 है, मतलब एक ऑस्ट्रेलियन डॉलर के लिए 57.35 भारतीय रूपये देने होंगे।
इसी प्रकार बहरीन दिनार की एक्सचेंज रेट 224.55 , कैनेडियन डॉलर की 63.50 ,चाइनीज युआन की 11.60 , यूरो की 93.75 और कतरी रियाल की 23.25 है।
जानिए हांगकांग डॉलर के लिए कितने रूपये देने पड़ेंगे
अमेरिकी डॉलर में भारतीय रूपये के लिए एक्सचेंज रेट आयात सामान में 82.95 है। वैसे ही हांगकांग डॉलर की एक्सचेंज रेट 10.70 है , इसी प्रकार यूएई दिरहम की 23.05 ,तुर्की लीरा की 3.15 , स्विस फ्रैंक की 97.70 , स्वीडिश क्रोनर की 8.15 , साउथ अफ्रीकी रेंड की 4.75 और सिंगापुर की 63.10 है।
एक्सचेंज रेट कैसे तय होती है
एक्सचेंज रेट कई कारकों पर निर्भर करती है। सबसे बड़ा कारक डिमांड और सप्लाई है। जैसे जैसे मांग में बड़ोतरी होती है वैसे मूल्य बढ़ता जाता है , और घटती मांग के साथ ही मूल्य भी कम हो जाता है।
विश्व बाज़ार में जब भी डॉलर की डिमांड बढ़ती है तो यह महंगा हो जाता है। इसी को ही फ्लोटिंग एक्सचेंज रेट कहा जाता है। साथ ही महंगाई , ब्याज दर , कैपिटल इनफ्लो , लिक्विडिटी , और चालू खाता यह सब भी एक्सचेंज रेट को प्रभावित करते है।