बिहार में 150 फीट गहरे बोरवेल में गिरा बच्चा, 8 घंटे बाद मिली सफलता! पढ़िए सुबह 9 बजे से हर घंटे का अपडेट

बिहार में आज रविवार सुबह को एक बच्चे के बोरबेल में गिर जाने की खबर ने सभी का दिल दहला दिया है, चार साल के शुभम और उनके परिजनों की जान तबतक अटकी रही जब तक उसे बोरबेल से बाहर नहीं निकल लिया गया।

पूरे 7-8 घंटे की कड़ी मसक्कत के बाद अंततः NDRF की टीम ने शुभम को सुरक्षित बोरबेल से बाहर निकाला, बोरबेल से सफल रेस्क्यू होने के बाद शिवम् का नालंदा के ही पावापुरी अस्पताल में इलाज चल रहा है।

खेलने के दौरान बोरबेल में गिरा शिवम्

यह घटना बिहार के नालंदा जिले में थाना इलाके के कुल गांव की है जहाँ नगर पंचायत क्षेत्र में डोमन मांझी का पुत्र शुभम कुमार रविवार की सुबह खेलने के दौरान एक 150 फ़ीट से भी अधिक गहरे बोरबेल में गिर गया और लगभग 50 फ़ीट की गहराई पर अटक गया।

शुभम के साथ खेल रहे बच्चे ने इसकी जानकारी उसके माता-पिता को दी थी। इसके बाद मौके पर काफी संख्या में ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। परिवार और आसपास के लोगों की जान उस बच्चे पर टिकी रही, बच्चे को रेस्क्यू करने के लिए पटना से एनडीआरएफ की टीम पहुंची थी।

जेसीबी की मदद से हुई खुदाई

रेस्क्यू टीम के अधिकारियों ने बताया कि छह-सात जेसीबी की मदद से बोरवेल के बगल में खुदाई की गई थी, उन्होंने बताया कि बचाव अभियान के दौरान बोरवेल में फंसे बच्चे को ऑक्सीजन की आपूर्ति की गई और उस पर सीसीटीवी के जरिए नजर रखी गई।

जिलाधिकारी शशांक शुभंकर स्वयं घटनास्थल पहुंचकर शुभम स्वयं मौके पर मौजूद रहकर बचाव अभियान की निगरानी कर रहे थे, बच्चे को सुरक्षित निकालने के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की टीम भी घटनास्थल पर पहुंची थी।

माँ ने जताई ख़ुशी

बच्चे के सुरक्षित बोरवेल से निकलने पर उसके मां ने खुशी जताई और कहा, ‘अच्छा लग रहा है हमर बेटवा निकल गईल.’ इस सफल रेस्क्यू से परिवार व् आसपास के लोगों को काफी शांति मिली है, और शिवम् का इलाज स्थानीय अस्पताल में चल रहा है।

बोरवेल में गिरने से अबतक का अपडेट

  • सुबह 9 बजे: खेलने के दौरान बोरवेल में गिरा 4 साल का शुभम
  • सुबह 9:30 बजे : मौके पर पहुंची स्थानीय थाना की पुलिस
  • सुबह 10 बजे: सीओ और जिला आपदा अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे
  • दोपहर 12 बजे: मौके पर पहुंचे सांसद कौशलेंद्र कुमार
  • दोपहर 12:30 बजे: डीएसपी दलबल के साथ पहुंचे
  • दोपहर 1 बजे: अभी तक एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम नहीं पहुंची
  • दोपहर 1:20 बजे: पटना से रेस्क्यू के लिए पांच घंटे बाद पहुंची एनडीआरएफ की टीम
  • दोपहर 2 बजे: असिस्टेंट कमांडेंट जे पी प्रसाद को अंदर भेजने की कोशिश की गई पर सफलता नहीं मिली
  • शाम 4 बजे: डीएम शशांक शुभंकर मौके पर पहुंचे
  • शाम 5 बजे के आसपास बच्चे को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया
  • सुरक्षित निकलने के बाद बच्चे को अस्पताल पहुंचाया गया

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