पटना की महिलाओं के लिए खुशखबरी, इस दिन से शुरू होगी महिला स्पेशल PINK BUS, देखें रूट लिस्ट

Pink Bus Patna: बिहार की राजधानी पटना में महिला यात्रियों के लिए एक बड़ी सौगात मिलने जा रही है। राज्य सरकार  की पहल पर जल्द ही ‘पिंक बस’ सेवा की शुरुआत होने वाली है।

यह महिला स्पेशल बस सेवा सुरक्षित, सुलभ और सस्ती यात्रा का एक नया विकल्प बनेगी। पिंक बसों का संचालन राज्य के चार प्रमुख शहरों—पटना, भागलपुर, मुजफ्फरपुर और पूर्णिया में किया जाएगा, जिसमें सबसे पहले पटना को यह सुविधा मिलेगी।

इस दिन होगी शुरुआत

बिहार राज्य पथ परिवहन निगम (BSTDC) के अनुसार, पिंक बसों का परिचालन जून 2025 के दूसरे सप्ताह से शुरू किया जाएगा। सभी बसों को रोपड़ (पंजाब) से लाया जा चुका है और अब परमिट देने की प्रक्रिया शुरू हो गई है, जो मई महीने तक पूरी कर ली जाएगी।

परमिट प्रक्रिया पूरी होने के बाद ये बसें सड़कों पर दौड़ने लगेंगी। पहले चरण में कुल 20 पिंक बसों का संचालन किया जाएगा, जिनमें से 10 पटना में और बाकी 10 भागलपुर, मुजफ्फरपुर और पूर्णिया में चलाई जाएंगी।

Pink Bus Patna

अक्टूबर से 100 और पिंक बसें

पहले चरण की सफलता के बाद, राज्य सरकार अक्टूबर 2025 में 100 और पिंक बसों को सड़कों पर उतारने की योजना बना रही है। यह योजना राज्यभर में महिलाओं को सुरक्षित और सुविधाजनक सार्वजनिक परिवहन प्रदान करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। महिला यात्रियों को पिंक बस सेवा से न सिर्फ यात्रा में सहूलियत मिलेगी, बल्कि यह उन्हें आत्मनिर्भरता का एहसास भी दिलाएगी।

पटना में इन रूटों पर चलेगी पिंक बस

पटना में पिंक बसों के लिए तय किए गए रूट भी बेहद व्यावहारिक और यात्रियों की जरूरतों को ध्यान में रखकर बनाए गए हैं। हर पिंक बस गांधी मैदान से शुरू होगी और प्रमुख स्थानों को जोड़ेगी-

  • गांधी मैदान से दानापुर स्टेशन वाया बेली रोड
  • गांधी मैदान से पटना एम्स वाया पटना जंक्शन
  • गांधी मैदान से पटना साहिब स्टेशन वाया राजेन्द्र नगर
  • गांधी मैदान से दानापुर बस स्टैंड वाया एएन कॉलेज
  • गांधी मैदान से दानापुर बस स्टैंड वाया राजापुर पुल

इन रूटों से जुड़ने से महिला यात्रियों को शहर के प्रमुख इलाकों तक सीधी और सुरक्षित पहुंच मिलेगी।

पिंक बस सेवा का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को एक ऐसा परिवहन विकल्प देना है, जिसमें वे सुरक्षित और सम्मानजनक यात्रा कर सकें। यह पहल महिलाओं के लिए एक सकारात्मक और साहसिक कदम है, जो न केवल उन्हें सफर में राहत देगा बल्कि उनकी सामाजिक भागीदारी भी बढ़ाएगा।