बिहार में 185 यात्रियों की पायलट मोनिका ने ऐसे बचाई जान, इनकी बहादुरी को सलाम

तमाम स्थितियां प्रतिकूल थीं। एक चूक सैकड़ों लोगों की जान पर भारी बन सकती थी, लेकिन इन मुश्किल परिस्थतियों में एयर ट्रैफिक कंट्रोल की चीफ कंट्रोलिंग अफसर चंचला और पायलट इन कमांड मोनिका खन्ना ने वो कर दिखाया, जिसकी आस सबने लगा रखी थी।
मुश्किल मौके पर कैप्टन मोनिका खन्ना ने न केवल यात्रियों को हौसला दिया बल्कि एटीसी कंट्रोलर चंचला के साथ संवाद कर विमान को तुरंत उतारने का निर्णय भी लिया।

एटीसी अफसरों के लिये उदाहरण
विशेषज्ञ बताते हैं कि डीजीसीए की जांच में कॉकपिट और एटीसी के बीच संवाद की समीक्षा आने वाले दिनों में विमान उड़ाने वाले पायलटों और उनके लिये राह बनाने वाले एटीसी अफसरों के लिये उदाहरण है।

पटना जैसे मुश्किल रनवे वाले एयरपोर्ट पर विमान को उतारने का भार दो सशक्त महिलाओं पर था और दोनों ने कमाल कर दिया। को -पायलट बलप्रीत सिंह भाटिया सहयोग कर रहे थे।
7 मिनट के इंजन शटडाउन ने किया कमाल
विमान के एक इंजन में आग लगी थी। इसी बीच कैप्टन मोनिका खन्ना ने विमान के बायीं इंजन को एटीसी से संवाद कर तत्काल बंद करने का निर्णय किया। विमान को मानकों के अनुरूप एक चक्कर लगाना था।

विमान को आनन फानन में बिहटा की ओर से लौटाया गया और गायघाट की ओर से एक चक्कर लगाकर सुरक्षित लैंडिंग कराई गई। प्रत्यक्षदशियों का कहना है कि रनवे पर आते आते विमान के इंजन में लगी आग बूझ चुकी थी।
सुरक्षित लैंडिंग के बाद विमानन कंपनियों के प्रतिनिधियों और एयरपोर्ट के अफसरों ने तालियां बजाकर कैप्टन मोनिका का स्वागत किया।