पटना के गंगा घाट पर परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों की फोटो वायरल, उधोगपति बोले सपनों की तस्वीर

सोशल मीडिया (Social media) पर रोजाना हजारों तस्वीरें शेयर होती हैं। इनमें सैकड़ों तस्वीरें वायरल (Viral Photos) होती हैं। कुछ तस्वीरें को देखकर हैरानी होती है, तो कुछ दिल जीत लेती है। जबकि, कई तस्वीरें कन्फ्यूज करने वाली भी होती है।

इसी कड़ी में जानेमाने बिजनेसमैन हर्ष गोयनका (Harsh Goenka) ने ऐसी तस्वीर शेयर की, जिसने लोगों का दिल जीत लिया है। अब यह तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है और यूजर्स इसकी तारीफ कर रहे हैं।

Students preparing for competitive examination on the banks of Ganga in Patna
पटना में गंगा किनारे प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्र

हर्ष गोयनका सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं। इस प्लेटफॉर्म पर वो अक्सर प्रेरणादायक और मजेदार वीडियो शेयर करते रहते हैं, जिन्हें लोग काफी पसंद करते हैं।

आशा और सपनों की तस्वीर

इतना ही नहीं इन वीडियो से लोगों को बड़ी सीख भी मिलती है। इस बार उन्होंने जो तस्वीर शेयर की है, वो बिहार की राजधानी पटना की है। जिसमें सैकड़ों की संख्या में छात्र गंगा किनारे पढ़ते हुए नजर आ रहे हैं।

उनका कहना है कि ये सभी छात्र परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं। तस्वीर के साथ उन्होंने लिखा, ‘ पटना में छात्र गंगा किनारे प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, यह आशा और सपनों की तस्वीर है’।

दिल जीतने वाली तस्वीर

दिल को छू लेने वाली ये तस्वीर अब सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है। इस तस्वीर को अब तक 58 सौ से ज्यादा लोगों ने पसंद किए हैं। वहीं, करीब 500 लोगों ने तस्वीर को रिट्वीट किए हैं।

Businessman Harsh Goenka shared the picture
बिजनेसमैन हर्ष गोयनका ने शेयर की तस्वीर

वहीं, इस तस्वीर की तारीफ करते हुए लोग इस पर कमेंट भी कर रहे हैं। किसी का कहना है कि क्या अद्भुत नजारा है। किसी कहना है कि मैं तो घर पर भी सही से नहीं पढ़ पाता हूं, ऐसे में इस तरह पढ़ाई करने तारीफ के काबिल है।

एक का कहना है कि मुझे इन बच्चों का समपर्ण काफी अच्छा लगा। किसी कहना है कि ये छात्र अन्य छात्रों के लिए प्रेरणा के हैं। तो इस तस्वीर पर आपकी क्या राय है कमेंट कर जरूर बताएं।

युवा भारत के अभियान और दृढ़ संकल्प

इन तस्वीरों को कार्ति पी चिदंबरम ने भी अपने ट्विटर हैंडल से रि-ट्वीट किया है। तस्वीरो को रि-ट्वीट करते हुए कार्ति पी चिदंबरम ने लिखा, ”जहां यह युवा भारत के अभियान और दृढ़ संकल्प को दर्शाता है, वहीं यह राज्य की विफलता को भी उजागर करता है। और गरीबी की इस दशा को अधिक रोमांटिक मत करो। गरीबी के बारे में कुछ भी अच्छा नहीं है। यह क्रूर है।”