पटना ट्रैफिक पुलिस को कैमरे से हुआ 6 करोड़ की कमाई, अप्रैल से जुलाई के बीच हुई बंपर वसूली; देखे पूरा रिपोर्ट

जैसे-जैसे जमाना बदल रहा है,वैसे-वैसे सब में बतदलाव देखा जा रहा है। आज के आधुनिक युग में सारे काम डिजिटल हो चुके हैं और इसके मदद से लोगों के काम भी काफी ज्यादा आसान होते जा रहे हैं। अब आम आदमी के साथ-साथ पटना यातायात पुलिस भी स्मार्ट हो चुकी है।
अब कैमरे से कोई नहीं बचेगा
बिहार की राजधानी पटना में 400 किलोमीटर के दायरे में लगभग 2000 कैमरे लगा दिए गए हैं। जिससे यातायात नियमों में सख्ती बनाई जा सके, एडीजी ने कहा कि कैमरों से ई-चालान कटने की तीन-चार स्तर पर जांच होती है। कैमरे में रिकॉर्ड हुई तस्वीरों को चालान के साथ ऑनलाइन माध्यम से आप तक पहुंचाया जा रहा है।
राजधानी की सड़कों पर लगे कैमरा के जरिए यातायात के नियम उल्लंघन करने वालों की अब खैर नहीं, ऑनलाइन चालान पलक झपकते कट रहा हैं। साल 2023 के मार्च महीने से इसकी शुरुआत की जा चुकी है।
रिपोर्ट देखकर चौक जाएंगे आप
पटना यातायात पुलिस के द्वारा एक चौका देने वाली रिपोर्ट सामने आई है, की ऑनलाइन चालान से अब तक कुल 6 करोड़ रुपये की जुर्माना राशि वसूली जा चुकी हैं। बता दें कि इनमें से कुल 3 करोड़ 19 लाख से अधिक जुर्माना राशि केवल जुलाई के महीने में वसूली गई हैं।
स्मार्ट सिटी पटना के तरफ से लगाए गए इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर से 24 घंटे राजधानी के हर एक चौक चौराहे पर नज़र रखी जाएगी। अब लगभग 2000 कैमरा लगाए गए हैं। कैमरे के जरिए यातायात के नियम का उल्लंघन करने वाले सभी वाहनों का निरीक्षण किया जा रहा है।
अब तक इतने वाहनों के कट चुके हैं चालान
मिली जानकारी के अनुसार अब तक कुल 40 हजार गाड़ियों से जुर्माना राशि वसूली जा चुकी हैं। आपको बता दें इसमें दो चक्का से लेकर चार चक्का सभी वाहन शामिल है। स्मार्ट सिटी के सीईओ ने बताया की बगैर सीट बेल्ट और हेलमेट, हाई स्पीड वाले वाहनों से प्रतिदिन लगभग 25 लाख से 30 लाख रुपए तक की जुर्माना राशि वसूली जा रही हैं।
एक अलग तरह का डर पटना में रहने वाले सभी वाहन चालकों के अंदर आ गया है और अब पूरे सेफ्टी के साथ लोग अपने वाहन के साथ रोड पर निकल रहे हैं। धीरे-धीरे जुर्माना के आकड़ो में गिरावट होने लगी है। लोग अब धीरे-धीरे जागरूक होने लगे हैं।
अप्रैल से जुलाई तक की रिपोर्ट
बीते अप्रैल महीने से जुलाई महीना तक की रिपोर्ट यातायात पुलिस ने साझा की है, जिसे देखकर आपके पैरों तले जमीन खिसक जाएगी।
- अप्रैल महीना में 16.80 लाख रुपए का चालान
- मई महीना में 1.28 लाख रुपए का चालान
- जून के महीने में सबसे अधिक 67.85 लाख रुपये का चालान
- जुलाई के महीने में अब तक 3.74 करोड़ रुपए का चालान कटा जा चूका है।
कैसे काम करता है ऑनलाइन चालान सिस्टम
राजधानी पटना पर लगे 2000 से भी अधिक कैमरे की नजर से बचना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है। कैमरे के जरिए नियम तोड़ने वाले वाहनों का नंबर प्लेट के साथ वीडियो कमांड सेंटर तक पहुंच जाता है।
उसके बाद ऑनलाइन चालान जेनरेट होता है। जिसने कारण के साथ-साथ जुर्माना राशि की नोटिस ऑनलाइन गाड़ी मालिक के पास भेज दी जाती है। सड़क पर आपको कोई रोक-टोक नहीं होगी, लेकिन आपने यातायात के नियमों का उल्लंघन किया है तो आपके घर चालान अवश्य पहुंच जाएगा।
जुर्माना राशि भरना अनिवार्य
यदि आपने यातायात के नियमों का उल्लंघन कर दिया है और आपके घर पर चालान ऑनलाइन माध्यम से पहुंच चुका है तो आपको जुर्माना राशि वरना अनिवार्य हो जाएगा। इसमें आप किसी तरह का बहाना नहीं बना सकते हैं।
ऑनलाइन चालान आने के 3 महीने के भीतर यदि जुर्माना राशि नहीं जमा किया तो आपको लेने के देने पड़ सकते है । जो लोग चालाकी करेंगे उनको होगा काफी नुकसान होगा, जैसे जब वह गाड़ी बेचने जाएंगे तो ट्रांसफर फॉर्म जुर्माना राशि के कारण नहीं भर पाएंगे।