पटना मेट्रो की प्रगति: 29 महीने में केवल 1% हुआ काम, डिपो के लिए जमीन तक नहीं मिली

पटना में निर्माणाधीन मेट्रो प्रोजेक्ट की रफ़्तार धीमी होती नज़र आ रही है, 17 फरवरी, 2019 को पीएम के शिलान्यास के उपरांत अभी तक पटना मेट्रो रेल प्रोजेक्ट की भौतिक प्रगति 1% और वित्तीय उपलब्धि मात्र 3.1% है। बीते दिनों दिल्ली में दिल्ली मेट्रो रेल प्रोजेक्ट के एमडी मंगू सिंह और डायरेक्टर दलजीत सिंह के बीच हुई मुलाकात के दौरान यह जानकारी मिली की टेंडर हो जाने के बावजूद पटना मेट्रो के डिपो का निर्माण कार्य 20 हेक्टेयर जमीन की अनुपलब्धता के कारण प्रारम्भ नहीं हो पा रहा है।

मालूम हो की पटना में मेट्रो का निर्माण दिल्ली मेट्रो रेल प्रोजेक्ट करा रही है, दिल्ली मेट्रो के अधिकारियों के अनुसार प्रायॉरिटी कॉरिडोर आईएसबीटी से मलाही पकड़ी तक जिसमें 6.60 किमी एलिवेटेड होगा, का काम प्रारम्भ हो गया है।

पटना मेट्रो रेल प्रोजेक्ट के डिपो ( रेल इंजन व कोच के रख-रखाव तथा मरम्मत की जगह) के निर्माण के लिए 20 हेक्टेयर जमीन की आवश्यकता है, जिसके अधिग्रहण पर राज्य सरकार को करीब 1000 करोड़ रु. का खर्च आएगा। डिपो निर्माण के लिए टेंडर हो चुका है, जमीन उपलब्ध होते ही निर्माण कार्य प्रारंभ हो जाएगा।

क्या है प्रोजेक्ट की रुपरेखा

आपको बता दे कि पटना मेट्रो रेल प्रोजेक्ट की कुल लम्बाई 32.4 किमी लंबी होगी जिसमे कुल दो कॉरिडोर होंगे, पहला कॉरिडोर 17.933 और दूसरा 14.554 किमी का क्रमशः दानापुर से मीठापुर और पटना जंक्शन से आईएसबीटी होगा। इस पुरे प्रोजेक्ट की लागत 13,365.77 करोड़ की है जिसके लिए जापान से 5520.93 करोड़ का ऋण भी लिया जाना है।