बिहार: 490 करोड़ रुपये की लगात से इन 3 जिलों में बनेंगे 5 नए पावर ग्रिड, बिजली आपूर्ति होगी दुरुस्त

बिहार में जल्द ही बिजली की समस्या का अंत हो जाएगा, राज्य में जल्द ही पांच नए बिजली ग्रिड बनाए जाएंगे। बिहार सरकार ने इन बिजली ग्रिड को बनाने के लिए केंद्र से बैकवर्ड रीजन ग्रांट फंड (बीआरजीएफ) मद में बकाया राशि में से 490 करोड़ रुपये की मांग की है। जैसे ही केंद्र सरकार यह राशि स्वीकृत करेगी इन ग्रिडों का निर्माण होगा।
राज्य सरकार के इस प्रस्ताव को बिजली कंपनी ने नीति आयोग को भेज दिया है, इस पर आयोग ने ग्रिड बनाने के लिए मांगा की गई राशि 490 करोड़ के समर्थन में जरूरी कागज मांगे हैं। बता दें कि बीते दिन ही बिजली कंपनी ने औरंगाबाद जिले के दाउदनगर और नवीनगर, गया जिले के भोरे और बाराचट्टी के अलावा पश्चिमी चंपारण जिले के बगहा में ग्रिड बनाने का निर्णय लिया है।
पत्र में दी गई जानकारी के मुताबिक, बीआरजीएफ के तहत ऊर्जा परियोजनाओं पर काम होना है, जिसमें 489 करोड़ 93 लाख खर्च होंगे। मालूम हो कि बीआरजीएफ मद में बिहार का केंद्र पर अभी भी 510 करोड़ 60 लाख बकाया है। ऐसे में बिहार को अगर बीआरजीएफ की बकाया राशि में से ही 490 करोड़ स्वीकृत किए जाएं तो पांचों ग्रिड का निर्माण आसानी से पूरा हो सकेगा।
बिहार के ऊर्जा, योजना एवं विकास मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने इसे लेकर कहा कि बीआरजीएफ के तहत बिहार का 500 करोड़ का बकाया है, उसी बकाए राशि में से पांच ग्रिड बनाने के लिए केंद्र सरकार से राशि मांगी गई है।
बताते चले कि अगर इन 5 ग्रिडों का निर्माण हो जाता है तो इससे औरंगाबाद, पश्चिमी चम्पारण और गया के अलावा आसपास के जिलों को भी फायदा मिलेगा. वर्तमान में इन जिलों में ट्रांसमिशन ग्रिड अधिक दूरी पर है। इस वजह से जब बिजली आपूर्ति व्यवस्था में कोई खराबी आती है तो इन जिलों के अलावा आसपास के कई जिले भी प्रभावित होती है। इन पांचों ग्रिडों के निर्माण से बिजली आपूर्ति व्यवस्था और बेहतर हो जाएगी और इन सभी इलाकों में 24 घंटे बिजली आसानी से मिलती रहेगी।