Waterfall in Bihar: बिहार में घूमने के लिए बहुत दिलचस्प है यह जगह, पहले कभी नहीं देखा होगा ऐसा नजारा

Waterfall in Bihar: दोस्तों यदि आप बिहार घूमने का प्लान बना रहे है तो आपके लिए यह बहुत काम की खबर है। आज के इस पोस्ट में हम आपको बिहार के एक ऐसे जलप्रपात के बारे में बताने जा रहे है जो आमतौर से टूरिस्ट की नजरों से बचा हुआ है इस मौसम में बिहार में घूमने के लिए एक परफेक्ट डेस्टिनेशन है।
जी हाँ हम बात कर रहे है बिहार के कैमूर में स्थित करकटगढ़ जलप्रपात की, इन दिनों इस जलप्रपात पर बहुत सैलानी पहुंच रहे है। इस जलप्रपात का दृश्य बहुत ही मनभावन और रोमांचित कर देने वाला है। इस लुभावने नजारों का लुत्फ उठाने बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं।
पहाड़ों के ह्रदय से कल-कल बहता झरना, हरियाली की चादर ओढ़े प्रकृति, चारो ओर घने जंगलों से घिरी पहाड़ी और नीचे जमीन पर पड़ते पानी की मधुर आवाज़, यह असीम छटा मानो प्रकृति ने खुद इसे दर्शकों को सम्मोहित करने बनाया है। प्राकृतिक सौंदर्य की यह अद्भुत तस्वीर कैमूर के करकटगढ़ की है। जिले के चैनपुर प्रखंड के पहाड़ी पर स्थित करकटगढ़ जलप्रपात बिहार के प्रमुख पर्यटन स्थलों में गिना जाता है।
सैलानियों की पहली पसंद करकटगढ़ जलप्रपात
करकटगढ़ जलप्रपात देखने बिहार के साथ-साथ झारखंड, पश्चिम बंगाल समेत कई राज्यों के लोग आते हैं। बारिश के मौसम में यहां का दृश्य और ही ज्यादा सुंदर होता है। पिकनिक मनाने के लिए यह स्थान लोगों की पहली पसंद बन रहा है।
सैलानी यहां झरने के सुंदर नजारों का लुत्फ उठाने के साथ झरने के ठंडे पानी में नहाने के लिए आते है। जलप्रपात के पास ही वन विभाग ने इको फ्रेंडली पार्क भी बनाया है।
इस पार्क में बच्चों के खेलने के लिए कई तरह के झूले लगाए गए हैं। सप्ताह अंत और छुट्टियों में यहां लोगों की भीड़ और भी अधिक होती है। सैलानियों की सुरक्षा ध्यान में रखते हुए वन विभाग की टीम पूरी तरह से यहां पर मुस्तैद रहती है।
प्राकृतिक नजारों से सरोबार है जलप्रपात
करकटगढ़ जलप्रपात के कुंड में मगरमच्छ भी देखने को मिलते हैं। कुंड में पानी कम रहने पर मगरमच्छ कुंड से बाहर निकलकर बाहर आ जाते हैं। इतिहास के मुगल काल और अंग्रेजी शासनकाल में भी इस पर्यटक स्थल का उल्लेख है। यह झरना मुगल शासकों और ब्रिटिश अधिकारियों के लिए मगरमच्छ शिकार स्थल हुआ करता था।
यहां की लुभावनी प्राकृतिक सुंदरता ब्रिटिशर्स को भी यहां घूमने के लिए मजबूर कर देती थी। ब्रिटिशर्स ने झरने के निकट ही एक डाक बंगले का निर्माण कराया था। यह करकटगढ़ कैमूर पर्वत श्रृंखला के कैमूर वन्यजीव अभयारण्य का हिस्सा है।

सैलानियों के लिए है सुरक्षा के इंतजाम
यह करकटगढ़ जलप्रपात बिहार के प्रमुख जलप्रपातों में से एक है। पिछले महीने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यहां दौरा किया। इस दौरान सीएम ने वन विभाग के साथ ही तमाम अधिकारियों को इस स्थल को विकसित करने के निर्देश दिए थे।
सीएम के निर्देश का असर यह देखने मिला कि जलप्रपात के आस-पास पार्क का निर्माण कार्य कराया गया है। साथ ही साथ लोगों की सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम भी किए गए है। सुरक्षा की दृष्टि से यहां कुशल तैराकों की भी व्यवस्था की गई है।
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