18 साल से अटके मुंगेर रेल सह सड़क पुल की बाधा दूर, 130 किमी कम होगी खगड़िया और बेगूसराय की दूरी

सरकार की अति महत्वाकांक्षी परियोजना में से एक रहे मुंगेर रेल सह सड़क पुल अब बहुत ही जल्द शुरू हो जायेगा, राज्य कैबिनेट की बैठक में शुक्रवार को इस पुल के अप्रोच रोड के निर्माण में आ रही बाधा को दूर कर दिया गया है। ऐसे में अगर सब कुछ ठीक रहा तो इसी साल के अंत तक पुल पर वाहन दौरान लगेंगे।

करीब 18 साल से अटके मुंगेर रेल सह सड़क पुल की बाधा दूर हो गयी है, पुल के एप्रोच रोड को बनाने के लिए एक विशेष पैकेज को मंजूरी मिली है जिसके तहत 57 करोड़ रुपये देकर राज्य सरकार जमीन अधिग्रहण की समस्या दूर करने में सहयोग करेगी।

25 दिसंबर को होगा लोकार्पण

बता दे कि इसी साल 25 दिसंबर 2021 को भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन के अवसर पर पुल का लोकार्पण किया जायेगा, कैबिनेट की बैठक में अटल पथ की बाधा दूर करने का भी निर्णय हुआ जिसके लिए राज्य सरकार 12 करोड़ रुपये देकर एफसीआई की करीब 1.3 एकड़ जमीन का अधिग्रहण करेगी तथा अटल पथ को फेज दो के तहत मार्च 2022 तक जेपी गंगा पथ से जोड़ दिया जायेगा।

आधा किलोमीटर लम्बे अप्रोच रोड में फंस है पेंच

मालूम को कि मुंगेर रेल सह सड़क पुल का एप्रोच रोड करीब 500 लम्बा बनना है जिसके लिए सात मौजे में करीब नौ हेक्टेयर जमीन में अधिग्रहण का पेंच फंसा हुआ है, हाल ही में पथ निर्माण विभाग के आला अधिकारियों ने इस जमीन के अधिग्रहण के लिए विशेष पहल की थी।

काफी लम्बे समय से अटके रहने के कारण इस परियोजना की लागत करीब तीन गुना बढ़ चुकी है। पहले लागत करीब 921 करोड़ रुपये थी जो बढ़कर करीब 2774 करोड़ रुपये हो गयी है.

मुंगेर से खगड़िया और बेगूसराय की दूरी मिनटों की होगी

इस परियोजना के सफल होने से खगड़िया और बेगूसराय की दूरी मुंगेर से 30 से 40 किलोमीटर ही रह जायेगी जिसके बाद मुंगेर से खगड़िया और बेगूसराय का सफर बस कुछ मिनटों में ही तय किया जा सकेगा। फिलहाल मुंगेर के लोगों को सड़क मार्ग से 160-170 किलोमीटर की दूरी तय कर खगड़िया और बेगूसराय जाना पड़ता है।

क्या कहते है मंत्री

बिहार सरकार के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने कहा कि कैबिनेट की बैठक में राज्य सरकार ने 2003 से अटके हुये मुंगेर रेल सह सड़क पुल की बाधा दूर करने का निर्णय लिया है. इसके साथ ही अटल पथ निर्माण में भी बाधा थी, उसे दूर करने का निर्णय लिया गया है. इसे मार्च 2022 तक जेपी गंगा पथ से जोड़ दिया जायेगा. दोनों परियोजनाओं का काम पूरा होने पर राज्य के लोगों को आवागमन में सुविधा होगी।