18 साल के इंतजार के बाद मुंगेर महासेतु लगभग तैयार, इस दिन से फर्राटा भरेंगी गाड़ियां!

एक लम्बे इंतजार के बाद मुंगर रेल सह सड़क पुल लगभग बनकर तैयार हो गया है और बहुत ही जल्द इस सड़क पर गाड़ियां दौड़ती हुई नजर आने वाली है, 18 साल के लंबे इंतजार के बाद इस पुल का सपना साकार हो रहा है।

इस महासेतु के शुरू होने से उत्तर बिहार एवं दक्षिण बिहार के बीच एक नया सम्बन्ध स्थापित हो सकेगा, मोकामा में राजेन्द्र सेतु और पटना में जेपी सेतु के बाद राज्य में गंगा नदी पर यह तीसरा रेल सह सड़क पुल होगा। अगले महीने इस महासेतु पर परिचालन शुरू हो जायेगा।

तीन गुना बढ़ गई लागत

मिली जानकारी के मुताबिक इस पुल का लोकार्पण 25 दिसंबर, 2021 को पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन पर किया जाएगा और इस पर आवागमन शुरू हो जाएगा। वर्षों से अटके रहने के कारण इसकी लागत करीब तीन गुना बढ़ चुकी है। इस परियोजना की लागत पूर्व में करीब 921 करोड़ रुपये थी, जो बढ़कर करीब 2774 करोड़ रुपये हो गयी है।

इस सड़क पुल के शुरू होते ही बेगूसराय और खगड़िया की मुंगेर से काफी कम रह जाएगी, मुंगेर से खगड़िया और बेगूसराय का सफर कुछ मिनटों में तय हो सकेगा। मुंगेर के विकास के लिए यह महासेतु एक वरदान के रूप में सामने आएगा।

जमीन अधिग्रहण के बाद काम तेज

आपको बता दें कि मुंगेर रेल सह सड़क पुल के लिए अप्रोच रोड बनाना है जिसके लिए सात मौजे में करीब नौ हेक्टेयर जमीन में अधिग्रहण का पेंच फंसा हुआ था। हाल ही में पथ निर्माण विभाग के आला अधिकारियों ने इस जमीन के अधिग्रहण के लिए विशेष पहल की थी जिसके बाद अब इसका निर्माण हो रहा है।

अब प्रशासन के हस्तक्षेप से पुरानी अधिग्रहण की गई जमीन पर हरियाणा की कंपनी एसपी सिगला द्वारा पथ निर्माण कार्य शुरू हुआ, पुल के उत्तरी किनारे से एनएच 31 हीराटोल तक 5.133 किलोमीटर तक पथ का निर्माण कार्य प्रगति पर है जिसे जल्द ही पूरा कर लिया जायेगा।