बिहार के सरकारी स्कूलों में होमवर्क के लिए मंथली कैलेंडर जारी, जानिए शिक्षा विभाग ने किस क्लास को दिया कौन सा टास्क

बिहार के सरकारी विद्यालयों में शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए शिक्षा विभाग (Education Department) लगातार प्रयास कर रहा है। इसी क्रम में शिक्षा विभाग ने राज्य के सरकारी स्कूल के बच्चों के लिए होम वर्क के लिए एक मंथली कैलेंडर जारी किया है।
बिहार शिक्षा परियोजना परिषद (Bihar Education Project Council) ने राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में कक्षा एक से आठवीं तक के बच्चों के लिए मासिक शैक्षिक कैलेंडर जारी कर दिया है। इसके साथ-साथ बच्चों के लिए होम वर्क करना भी अनिवार्य कर दिया गया है। आईये जानते है की शिक्षा विभाग ने किस क्लास को कौन सा टास्क दिया है?
कक्षा एक के बच्चों को सीखनी होगी उल्टी गिनती
शिक्षा विभाग द्वारा बिहार के सरकारी स्कूलों में होमवर्क के लिए जारी मासिक कैलेंडर के अनुसार कक्षा एक के बच्चों को अक्षर ज्ञान, एक से 99 तक की गिनती और बीस तक की उल्टी-सीधी गिनती याद करनी होगी।
इसी प्रकार कक्षा दो, तीन और चार के लिए होम वर्क के विषय निर्धारित कर दिये गये हैं। इसके अलावा प्रत्येक कक्षा के लिए अवकाश के दिन का बतौर होम वर्क प्रोजेक्ट भी दिया जाएगा।
बिहार शिक्षा परियोजना परिषद ने राज्य के सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को लिखा है कि इन दिशा-निर्देशों का अनिवार्य तौर पर पालन किया जाए।
कक्षा पांच के बच्चों को करना होगा व्याकरण याद
वहीं कक्षा सात के बच्चों को कहानी-कविता का संक्षेपण, मुहावरा और लोकोक्तियां आदि और कक्षा पांच के बच्चों को हिंदी, उर्दू और अंग्रेजी का व्याकरण आदि की जानकारी होम वर्क में याद करनी होगी।
बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के राज्य निदेशक बी कार्तिकेय धनजी ने इस मामले में सभी जिला शिक्षा अधिकारियों से दो दिन के अंदर उनकी राय मांगी है।
बच्चों को सुनना पड़ेगा टीवी पर अंग्रेजी डिबेट
वहीं कक्षा आठवीं के बच्चे को होम वर्क में टीवी पर होने वाली अंग्रेजी डिबेट को सुनना होगा। कक्षा में उसका विमर्श करना होगा। इसके अलावा बच्चों को छुट्टी के दिन प्रोजेक्ट वर्क भी दिया जाएगा।
कक्षा आठ के होम वर्क में हिंदी और उर्दू की पाठ्य पुस्तकों के अलावा अन्य किताबों को पढ़ना है। टीवी पर अंग्रेजी की डिबेट सुननी होगी। इन सब को अपने समझ से लिखना और बताना होगा।
गणित में वर्ग / वर्ग मूल, घन/ घनमूल, रैखिक समीकरण ,बट्टा और वैज्ञानिक धारणा का दैनिक जीवन में उपयोग आदि सीखने होंगे।
शिक्षकों को देनी होगी प्रोग्रेस रिपोर्ट
इसके अलावा मासिक शैक्षिक कैलेंडर पर प्रत्येक कक्षा के प्रति विषय के पाठों को महीनों में बांट दिया गया है। ऐसी कोशिश की गयी है कि हर महीने औसतन दो ,अधिकतम तीन और न्यूनतम एक पाठ का अध्यापन जरूर कराया जाए।
इसी के अनुसार बच्चों का मासिक टेस्ट भी लिया जाएगा। वहीँ शिक्षकों को प्रोग्रेस रिपोर्ट भी देनी होगी और कॉपियों का मूल्यांकन भी करना होगा।
कक्षा 9 से 12 वीं के लिए परीक्षा शेड्यूल जारी
वहीं इससे पहले कक्षा 9 से 12वीं तक के विद्यार्थियों के लिए भी मासिक परीक्षा का शेड्यूल पिछले महीने घोषित किया गया था। जो की इस प्रकार है:
कक्षा 9 की अर्ध वार्षिक परीक्षा 25 , 26, 27 , 29 और 30 सितंबर को ली जाएगी। वहीं इसकी वार्षिक बोर्ड / परीक्षा 26, 27, 28 और 29 फरवरी 2024 को दो पालियों में ली जाएगी।
कक्षा 10 की अर्ध वार्षिक परीक्षा भी 25 , 26, 27 , 29 और 30 सितंबर को होगी। वहीं दसवीं की सेंटअप परीक्षा 23, 24, 25 और 27 नवंबर को दो पालियों में आयोजित की जाएगी। कक्षा 10वीं की वार्षिक परीक्षा की तिथि अभी घोषोत नहीं हुई है, वो बिहार बोर्ड की तरफ से तय की जाएगी।
कक्षा 11 की अर्ध वार्षिक परीक्षा 25, 26, 27, 29 एवं 30 सितंबर को ली जाएगी। वहीं वार्षिक परीक्षा मार्च 2024 में होगी। विज्ञान, वाणिज्य और व्यावसायिक संकाय की परीक्षा 21, 22, 23 25 और 26 मार्च को दो पलियों में होगी। जबकि कला संकाय की परीक्षा 21, 22, 23, 25, 26, 27 और 28 मार्च को दो पालियों में रखी गयी है।
कक्षा 12 की अर्ध वार्षिक परीक्षा 25, 26, 27, 29 और 30 सितंबर को होगी। वहीं सेंट अप परीक्षा अक्टूबर में होगी। विज्ञान ,वाणिज्य, एवं व्यावसायिक संकाय की परीक्षा 26, 27, 28, 30 और 31 अक्तूबर को होगी।
जबकि कला संकाय की परीक्षा अक्टूबर महीने में 26, 27, 28, 30, 31 को और नवंबर में एक और दो तारीख को दो पालियों में आयोजित की जाएगी। वहीं वार्षिक परीक्षा की तिथि बिहार बोर्ड निर्धारित करेगा।
और पढ़े: 10वीं के बाद करे ये कोर्स, बन जाएगा करियर, बेहतर नौकरी के साथ मिलेगी मनचाही सैलरी, पढ़े पूरी खबर
और पढ़े: Vande Sadharan: कैसी होगी आम आदमी की वंदे भारत, इन राज्यों से होगी शुरू,जाने सुविधाएं