Bihar Teacher News: बिहार में ज्वाइनिंग लेटर लेकर भी इतने शिक्षकों ने नहीं किया योगदान

many teachers not contributed even after taking joining letter

बिहार के कई नव चयनित शिक्षक अभ्यर्थियों को सरकारी नौकरी रास नहीं आ रही है। ऐसा हम नहीं आंकड़ें बयान कर रहे है। कई शिक्षक अभ्यर्थियों ने ज्वाइनिंग लेटर लेकर भी आवंटित विद्यालय में योगदान देने नहीं पहुंचे।

बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा शिक्षक नियुक्ति के पहले चरण की रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है। राज्य के मुजफ्फरपुर, दरभंगा, पटना जैसे मुख्य शहरों में ऐसे शिक्षक सबसे अधिक हैं।

ज्वाइनिंग लेटर लेकर भी शिक्षकों ने नहीं किया योगदान

दरअसल राज्य के भीतर बीपीएससी पास नए शिक्षकों को स्कूल आवंटन हो जाने के बाद भी कई शिक्षकों ने अबतक योगदान नहीं दिया है। बिहार में नियुक्ति पत्र और पदस्थापन पत्र लेकर भी स्कूलों में ज्वाइन नहीं करने वाले शिक्षकों की कुल संख्या 6766 है।

विभिन्न जिलों से मिली रिपोर्ट के अनुसार दरभंगा में सबसे अधिक 463 शिक्षक ऐसे हैं, जिन्होंने अपना योगदान नहीं दिया। उसके बाद मुजफ्फरपुर में 367 शिक्षक स्कूल आवंटन के बाद भी नहीं आए।

वहीँ समस्तीपुर में ऐसे शिक्षकों की संख्या 365, प.चम्पारण में 244, वैशाली में 177, सीतामढ़ी में 78, मधुबनी में 186, पूर्वी चम्पारण में 265 और गया में 284 है।

फिर से खाली हो गए इतने पद

शिक्षकों के ज्वाइन नहीं करने की वजह से 6766 पद फिर से खाली हो गए हैं। इन सभी पदों का स्कूलवार आंकड़ा फिर से जुटाया जा रहा है। तीन ऐसे शिक्षक भी हैं, जिन्होंने स्कूल आवंटन नियुक्ति पत्र को वापस भी कर दिया है।

इसके साथ-साथ प्रदेश के अलग-अलग जिलों में 66 ऐसे शिक्षकों की जानकारी सामने आई है, जिन्होंने आवंटन पत्र ले लिया, स्कूल में योगदान भी दे दिया, लेकिन बाद में फरार हो गए।

प.चम्पारण में 3, वैशाली में 1, समस्तीपुर में 2, सहरसा में 4, पूर्णिया में 1, नवादा में 1, मधुबनी में 3, बांका में 4, भागलपुर में 4, दरभंगा में 6, पूर्वी चम्पारण में 7 शिक्षक ऐसे हैं, जो योगदान के बाद से फरार हैं।

गायब चल रहे नियोजित शिक्षक

इसके अलावा राज्य के विभिन्न जिलों के 582 नियोजित शिक्षक छह महीने से अधिक दिनों से गायब चल रहे हैं। वहीं, 134 ऐसे हैं, जो छह महीने से कम दिनों से बिना सूचना के स्कूलों से अनुपस्थित हैं और उन्हें निलंबित करने की अनुशंसा भी की जा चुकी है।

बिहार के विभिन्न जिलों में बिना सूचना के गायब रहने वाले 44 नियोजित शिक्षकों को निलंबित कर दिया गया है। जिनमें से 34 शिक्षक ऐसे पाए गए हैं, जो छह माह से कम दिनों से गायब हैं।

वहीं, दस शिक्षक ऐसे निलंबित किये गये हैं, जो छह महीने से अधिक दिनों से स्कूलों से गायब हैं। छह माह से अधिक दिनों से गायब 163 शिक्षकों के निलंबन की अनुसंशा नियोजन इकाइयों को की गयी है।

मॉनिटरिंग के दौरान पाई गई अनियमितता

पंचायती राज विभाग के अपर मुख्य सचिव मिहिर कुमार सिंह को लिखे पत्र में श्री केके पाठक ने कहा है कि – “पिछले छह माह से लगातार नियोजित शिक्षकों के विरुद्ध मॉनिटरिंग के दौरान कई तरीके की अनियमितता पायी गयी है, जिसके आलोक में संबंधित जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा कई कार्रवाई की गयी है।

बिना स्वीकृति के अनुपस्थित काफी शिक्षकों का वेतन काटा गया है। लेकिन, अन्य गंभीर मामलों में निलंबन और बर्खास्तगी की कार्रवाई की अनुशंसा जब की गयी तो संबंधित नियोजन इकाइयों द्वारा कोई विशेष कार्रवाई नहीं की गयी है।”

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