बिहार के मुंगेर का मेकओवर प्लान तैयार, गंगा घाटों को जोड़कर बनेगा रिवर फ्रंट, देखिए तस्वीरें

केंद्र सरकार की बहुआयामी प्रोजेक्ट नमामि गंगे योजना के तहत ऐतिहासिक गंगा घाटों को जोड़कर रिवर फ्रंट बनाने की कवायद तेज हो गई है। बिहार की राजधानी पटना के तरह मुंगेर में भी गंगा के घाटों को जोड़कर रिवर फ्रंट बनाया जाएगा। इसके तहत मुंगेर जिले के 6 से 7 गंगा घाटों का चयन किया गया है। मुंगेर के गंगा घाटों का विकास पर्यटन के दृष्टिकोण से भी मील का पत्थर साबित होगा।
इसी को ध्यान में रखते हुए नगर विकास विभाग की टीम इंजीनियर इन चीफ के साथ मुंगेर गंगा घाटों का सर्वे करने पहुंची। फिलहाल विभाग रिवर फ्रंट को लेकर डीपीआर बनाने की तयारी में जुटा हुआ है। आपको बता दें कि मुंगेर जिला गंगा तट पर बसा आध्यात्मिक व पौराणिक शहरों में से एक है। गंगा घाटों के सौंदर्यीकरण से शहर की सूरत बदल जाएगी।

मुंगेर के गंगा घाटों को खूबसूरत बनाने का काम
नमामि गंगे परियोजना के तहत बिहार का शहरी आधारभूत संरचना विकास निगम मुंगेर के गंगा घाटों को खूबसूरत बनाने का काम कर रहा है। इसके तहत चीफ इंजीनियर नरेंद्र कुमार तिवारी मुंगेर पहुंचे और विभिन्न गंगा घाटों पर जाकर उनका जायजा लिया। इस दौरान टीम ने जहाज घाट, बबुआ घाट, कष्टहरणी घाट, सोझी घाट, हेरू दियारा घाट और दोमनठा घाट का जायजा लिया।

जिलाधीकारी नवीन कुमार ने बताया कि मुंगेर गंगा घाटों के किनारे बसा एक ऐतिहासिक शहर है। इस कारण अब तक मुंगेर के तीन गंगा घाटों का सौंदर्यीकरण किया जा चुका है। अब जिले के 6 से 7 गंगा घाट जिसमें कष्ठरणी, बबुआ, सोझीं, हेरूदियार, दोमांता और भेलवा घाटों को एक दूसरे से जोड़ कर रिवर फ्रंट बनाया जाएगा। इसके बाद जिले के विकास को चार चांद लग जाएगा।
घाटों पर होगी बेहतर सुविधा
लोगों की बेहतर सुविधा के लिए घाटों पर बेहतरीन लाइटिंग और शौचालय की व्यवस्था के साथ-साथ बेंच भी लगाए जाएंगे ताकि आम लोग गंगा घाट पर पहुंचकर वहां की खूबसूरती का लुत्फ़ उठा सकें। साथ ही जिले को पर्यटक स्थल के रूप में एक अगल पहचान दिलाने का भी प्रयास रहेगा।

प्रमुख अभियंता ने बताया कि जहाज घाट से दोमनठा घाट तक गंगा किनारे छह घाटों को जोड़ कर रिवर फ्रंट का निर्माण किया जाएगा। इसके साथ किले के चारों ओर खाई का सौंदर्यीकरण कर उसमें नौका बिहार शुरू किया जाएगा। साथ ही जर्जर हो चुके ऐतिहासिक किले की दीवारों का जीर्णोद्धार कर उसके ऊपर पथ-वे बनाने का प्रस्ताव भी दिया है। इसी को लेकर वह सर्वे करने पहुंचे थे। सर्वे के बाद इसका डीपीआर बनाया जाएगा।

एक समय ऐसा भी था जब गंगा के घाटों पर कूड़ा कचरा भरा रहता था। मगर आज यह इलाका काफी सुंदर हो चुका है। आज के दिन स्थिति ऐसी है कि लोग अपने परिवार के साथ गंगा घाटों पर घूमने जाते हैं। इस मामले में स्थानीय निवासी प्रभात कुमार ने बताया की गंगा घाटों पर सौंदर्यीकरण करने के बाद यहां के घाटों को जोड़ रिवर फ्रंट बनने पर पर्यटकों की संख्या और ज्यादा बढ़ेगी। इसके कारण बहुत से लोगों को रोजगार का भी अवसर प्रदान होगा।