राहत: लोकनायक गंगा एक्सप्रेसवे जुलाई से हो जाएगा चालू, अशोक राजपथ पर बनेगा डबल डेकर सड़क

लोकनायक गंगा पथ एक्सप्रेसवे का लाभ इसी साल जुलाई से पीएमसीएच के मरीजों को मिलने लगेगा। पीएमसीएच से गंगापथ को जोड़ने केलिए अलग से लेन निर्माण का कार्य लगभग 80 फीसदी पूरा हो गया है।
लेन निर्माण के लिए पाये बना लिए गए हैं और इन पर गार्डर चढ़ाने का काम तेजी से चल रहा है। मौके पर काम करने वाले इंजीनियरों की मानें तो इसी महीने गार्डर चढ़ा कर उसपर सड़क निर्माण का काम शुरू हो जाएगा।
गंगा एक्सप्रेस वे को अशोक राजपथ से जोड़ा जाएगा
जून के अंत तक सड़क निर्माण पूरा करने के बाद जुलाई से इसकी कनेक्टिविटी पीएमसीएच से हो जाएगी। राजेंद्र सर्जिकल ब्लॉक के बगल से होते हुए अशोक राजपथ से जुड़ेगा गंगा एक्सप्रेस वे पीएमसीएच में राजेंद्र सर्जिकल ब्लॉक के बगल से गंगा एक्सप्रेस वे को अशोक राजपथ से जोड़ा जाएगा।

अशोक राजपथ से जोड़ने के लिए पीएमसीएच के राजेंद्र सर्जिकल ब्लॉक के बगल वाले हिस्से को तोड़कर समतल बना लिया गया है।
भविष्य में इसके पास मल्टी लेवल पार्किंग निर्माण की भी योजना है। अशोक राजपथ से जुड़ने के दौरान पीएमसीएच के कुछ और पुराने हिस्से को तोड़ना होगा, जिसपर जल्द काम शुरू होगा।
अस्पताल पहुंचने में जाम से मिलेगी मुक्ति
गंगा एक्सप्रेस वे से पीएमसीएच के जुड़ जाने के बाद मरीजों को अस्पताल पहुंचने में जाम नहीं मिलेगा। अभी अशोक राजपथ पर मेट्रो का काम चल रहा है, जिसके कारण हर दिन घंटों जाम की समस्या बनी रहती है और मरीजों को अस्पताल पहुंचने में देरी होती है।

पीएमसीएच जाने के लिए मरीजों को एएन सिन्हा इंस्टीट्यूट के पास से अंडरपास पार कर गंगा एक्सप्रेस वे पर चढ़ना होगा। फिर वे वहां से सीधे पीएमसीएच पहुंच जाएंगे।
भविष्य में गंगा एक्सप्रेस वे का विस्तार होने पर इसके आधा किलोमीटर आगे कृष्णाघाट पर अंडरपास और अन्य सिस्टम बनाया जाएगा, जिसे पार कर मरीज पीएमसीएच पहुंचेंगे।
उत्तर बिहार के मरीजों को भी होगी सहूलियत
उत्तर बिहार से पीएमसीएच में भर्ती होने वाले मरीजों को भी गंगा एक्सप्रेस वे के चालू होने से काफी सहूलियत होगी।
वे जेपी सेतु पार करेंगे और रोटरी के माध्यम से गोलंबर होते हुए सीधे गंगा एक्सप्रेस वे पर चढ़ जाएंगे। जेपी सेतु से गंगा एक्सप्रेस पर चढ़कर पीएमसीएच पहुंचने के लिए उन्हें 7.5 किलोमीटर की दूरी तय करनी होगी।

हर दिन 400 मरीज इमरजेंसी में, जबकि डेढ़ से दो हजार ओपीडी में आते हैं
पीएमसीएच में अभी 1800 बेड है, जिसे बढ़ाकर पांच हजार से अधिक करना है। इस योजना पर काम तेजी से शुरू हो गया है, जिसके बाद यहां हर दिन भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या काफी बढ़ेगी।
वर्तमान में हर दिन सिर्फ इमरजेंसी में तीन से चार सौ मरीज भर्ती होते हैं और डेढ़ से दो हजार मरीज ओपीडी में दिखाते हैं।
पीएमसीएच से कनेक्टिविटी के बाद शुरू होगा डबल डेकर का काम
पीएमसीएच से गंगा एक्सप्रेस वे की कनेक्टिविटी होते ही अशोक राजपथ पर डबल डेकर सड़क का निर्माण शुरू हो जाएगा। अभी पीएमसीएच के मरीजों की फजीहत के कारण ही शिलान्यास के छह महीने के बाद भी इस पर काम नहीं शुरू हुआ है।

चार सितंबर, 2021 को इसका शिलान्यास मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया था। इसे सितंबर 2024 में पूरा करना था। लेकिन, विलंब से शुरू होने के कारण अब सितंबर 2025 तक इस योजना को पूरा करना है।
पीएमसीएच को मिलेगी मेट्रो कनेक्टिविटी, बनेगा अंडरग्राउंड स्टेशन
डबल डेकर के साथ-साथ पीएमसीएच के मरीजों को मेट्रो की कनेक्टिविटी भी मिलेगी। पीएमसीएच में मेट्रो का एक अंडरग्राउंड स्टेशन होगा।
यह स्टेशन पटना मेट्रो रेल परियोजना के 14.45 किमी लंबे पटना रेलवे स्टेशन-पाटलिपुत्र बस टर्मिनल कॉरिडोर- लाइन टू का हिस्सा होगा। यहां मिट्टी जांच के लिए घेराबंदी कर दी गई है।

पीएमसीएच: मखनिया कुआं और सब्जीबाग गेट से होगी एंट्री
पीएमसीएच को विश्व स्तरीय बनाने के लिए चल रहा निर्माण कार्य प्रभावित नहीं हो, इसके लिए पीएमसीएच के मेन गेट को बंद करने का निर्णय लिया गया है।
गेट बंद करने की तारीख तय नहीं हुई है, लेकिन यह तय हो गया है कि प्रवेश के लिए अब ओपीडी (मखनिया कुआं) और सब्जीबाग के सामने वाला गेट खोला जाएगा।
ट्रैफिक व्यवस्था सुचारू चले और मरीज या फिर एम्बुलेंस ठीक से अस्पताल में प्रवेश कर सके, इसके लिए जिला प्रशासन को पत्र लिखा गया है।

ट्रैफिक की व्यवस्था सुचारू रूप से चलाने की सहमति मिलने पर मेन गेट को बंद कर दिया जाएगा और इन दोनों गेट को खोल दिया जाएगा। ओपीडी के पास गेट पर ट्रैफिक की भीड़ अधिक रहती है।
‘पीएमसीएच को जुलाई तक गंगा एक्सप्रेस वे की सुविधा मिलने लगेगी। इस योजना पर 24 घंटे काम चल रहा है। गंगा एक्सप्रेस वे की दीघा से पीएमसीएच तक की सड़क को चालू किया जाएगा। हर दिन इसकी समीक्षा की जा रही है।’
-नितिन नवीन, मंत्री, पथ निर्माण विभाग