बिहार: बस एक क्लिक और जमीन के सभी डॉक्यूमेंट आपके स्क्रीन पर, पढ़ें पूरी जानकारी!

बिहार सरकार अपने सभी दफ्तरों के काम काज को ऑनलाइन लेकर आ रही है, इस क्षेत्र में सरकार काफी जोड़ शोर से काम कर रही है। इसी क्रम में बिहार में अब जमीन के दस्तावेजों की नकल की समस्या को देखते हुए विभाग इसे ख़त्म करने की कोशिश में लग गयी है।
दरअसल बिहार में जमीन के दस्तावेजों की नकल लेने के लिए रैयतों को अंचल कार्यालय का चक्कर काटना पड़ता है, और किसी तरह के दस्तावेज को पाने के लिए कितनी मसक्क्त करनी पड़ती है यह किसी से छुपा नहीं है। राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के अंदर दस्तावेजों को ऑनलाइन निकाल पाने की व्यवस्था बन रही है जिसके बाद दस्तावेजों के नकल घर बैठे ऑनलाइन प्राप्त किया जा सकेगा।
डिजिटली हस्ताक्षरित नकल की मान्यता हेतु एक प्रस्ताव राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने तैयार कर लिया है। जल्द कैबिनेट की मंजूरी के बाद उम्मीद है कि अगले महीने से यह व्यवस्था लागू कर दी जाएगी। नई व्यवस्था होने से दस्तावेजों के नकल के लिए ना तो किसी को स्टांप लेना होगा और ना ही किसी दलाल का चक्कर काटना पड़ेगा।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अंचल कार्यालय को ऑनलाइन आवेदन मिलने के तीन दिन के अंदर ही नकल उपलब्ध करा दिये जाएंगे. आवेदन के साथ ही ऑनलाइन ही भुगतान का ऑप्शन भी रहेगा। आवेदक अपने डेबिट, क्रेडिट कार्ड या नेट बैंकिंग वगैरह के जरिये शुल्क का भुगतान कर पाएंगे। कागज के आकार पर नकल का दर तय हो सकता है।
मुख्य सचिव विवेक कुमार सिंह ने अधिकारियों के साथ बैठक कर तय किया है फिलहाल 5 प्रकार के दस्तावेजों का नकल उपलब्ध कराये जाएंगे। इनमें वो सभी दस्तावेज शामिल हैं जो जमीन के दाखिल-खारिज से संबंधित हैं और आमलोगों को ऑनलाइन उपलब्ध हैं।
इनमें नामांतरण अभिलेख, शुद्धि पत्र, राजस्व मौजों का नक्श आदि शामिल हैं। जिन-जिन अंचलों में भूमि सर्वेक्षण का कार्य पूरा होता जाएगा, वहां से खतियान भी प्राप्त होने लगेगा।