Patna News: औरंगाबाद- पटना यात्रियों के लिए खुशखबरी, अब 4 घंटे का सफर मात्र डेढ़ घंटे में

Patna News: औरंगाबाद- पटना यात्रियों के लिए खुशखबरी, अब 4 घंटे का सफर मात्र डेढ़ घंटे में

बिहार के लोगों के लिए एक सुखद समाचार आया है! औरंगाबाद-बिहटा रेल लाइन परियोजना, जिसका शिलान्यास लगभग 16 साल पहले हुआ था, वो अब धरातल पर उतर रही है। इस परियोजना के साथ नए स्वप्न, नये यातायात की संभावनाएँ जुड़ी हैं। बता दें, इस परियोजना के माध्यम से औरंगाबाद, अरवल और पटना के रहने वाले लोगों को बिहटा से जोड़ने का योजना बना है।

16 अक्टूबर, 2007 को तत्कालीन रेल मंत्री लालू यादव ने बिहटा के पास औरंगाबाद-बिहटा रेल लाइन परियोजना का शिलान्यास किया था। तब से यह परियोजना अधर में लटकी हुई थी। लेकिन अब नए सिरे से इस परियोजना को गति मिल रही है। पुरानी योजना के तहत मात्र 10 किलोमीटर का सर्वे हो पाया था, इसलिए अब नए सर्वे का काम शुरू किया गया है।

नया दौर, नया मोड़

रेलवे बोर्ड ने औरंगाबाद-बिहटा रेल लाइन को नया लुक देने की योजना बनाई है। इसके तहत नया रेल ट्रैक बिछाने के लिए सही रूट का भी पता लगाया जा रहा है। यह योजना न केवल यातायात की सुविधा को बढ़ावा देगी, बल्कि साथ ही इलाके के विकास में भी गति प्रदान करेगी।

रेल मार्ग की यात्रा: अब और भी आसान

औरंगाबाद से पटना की दूरी लगभग 150 किलोमीटर है, और अब यह सफर और भी आसान होगा। प्रस्तावित औरंगाबाद-बिहटा रेल लाइन परियोजना के तहत इस सफर का समय केवल डेढ़ घंटे होगा।

उज्ज्वल भविष्य की ओर कदम

यह परियोजना न केवल यातायात को सुगम बनाएगी, बल्कि इलाके में विकास की दिशा में भी एक नये दौर की शुरुआत होगी। रेलवे बोर्ड ने इस परियोजना के लिए तीन करोड़ रुपये की राशि आवंटित की है और बताया गया है कि इस परियोजना की कुल लागत लगभग 4,075 करोड़ रुपये हो सकती है।

नये सफर की शुरुआत

औरंगाबाद-बिहटा रेल लाइन परियोजना के प्रस्तावित रूट में कई गांव, शहर और कस्बे शामिल होंगे। इसके साथ ही पुल-पुलियों की संख्या और स्थान का भी निर्धारण होगा। इन सब तथ्यों के आधार पर भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू होगी।

आखिर में, औरंगाबाद-बिहटा रेल लाइन परियोजना नये स्वप्नों की ओर कदम बढ़ाने वाली है, जो यात्रा को आसान बनाने के साथ-साथ इलाके के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।रिपोर्ट के अनुसार, यह परियोजना बिहार सरकार के पिलर्ड बियो द्वारा शिलान्यास की जाएगी और इसका निर्माण बीआरसील कंपनी करेगी।