Naukri In India: भारतीय कंपनियों में घट गई नौकरियां, भर्ती में हुई इतनी गिरावट

Jobs decreased in Indian companies

नौकरी ढूंढ रहे युवाओं के लिए चिंता का विषय है, क्योंकि मार्च महीने में भारतीय कंपनियों द्वारा की गई भर्तियों में पिछले साल की तुलना में 4% की गिरावट दर्ज की गई है। हाल ही में जारी एक रिपोर्ट में यह जानकारी सामने आई है।

हालांकि, यह राहत की बात है कि फरवरी के मुकाबले मार्च में भर्ती गतिविधियों में 3% की बढ़ोतरी हुई है। फाउंडइट इनसाइट्स ट्रैकर (फिट) की रिपोर्ट का कहना है कि यह आंकड़ा कारोबारी जगत में आशावाद को दर्शाता है। यह देखने वाली बात होगी कि आने वाले महीनों में भर्ती गतिविधियों में क्या रुझान दिखता है?

सबसे आगे सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) क्षेत्र

इस रिपोर्ट की माने तो, काम के आधार पर भुगतान पाने वाले अस्थायी कामगारों पर आधारित ‘गिग अर्थव्यवस्था’ में सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) क्षेत्र सबसे आगे है।

गिग अर्थव्यवस्था में आईटी सॉफ्टवेयर की हिस्सेदारी लगभग दोगुनी हो गई है जो मार्च, 2023 में 22 प्रतिशत से बढ़कर मार्च 2024 में 46 प्रतिशत हो गई है।

फाउंडइट (पूर्व में मॉन्स्टर) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी शेखर गरिसा ने कहा, – “अपने ट्रैकर के जरिये हमने देखा है कि दिल्ली, बेंगलुरु और मुंबई के महानगर अब गिग नौकरियों के लिए मार्ग प्रशस्त कर रहे हैं।’”

फ्रीलांस काम में ज़बरदस्त उछाल

Huge surge in freelance work
फ्रीलांस काम में ज़बरदस्त उछाल

मार्च 2023 से मार्च 2024 तक के भर्ती आंकड़ों पर आधारित एक रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। ग्राहकों को अस्थायी सेवाएं देने वाले पेशेवरों या फ्रीलांस काम में पिछले साल की तुलना में 184% की भारी वृद्धि देखी गई है।

यह आंकड़ा दर्शाता है कि पेशेवरों में लचीली, परियोजना-आधारित कार्य व्यवस्थाओं के प्रति रुझान तेज़ी से बढ़ रहा है।

फ्रीलांसिंग के लोकप्रियता के पीछे कई कारण

रिपोर्ट में कहा गया है कि फ्रीलांसिंग के बढ़ते लोकप्रियता के पीछे कई कारण हैं। इनमें से कुछ प्रमुख कारण हैं:

  • लचीलापन: फ्रीलांसिंग पेशेवरों को अपनी पसंद के अनुसार काम करने का समय और स्थान चुनने की सुविधा देता है।
  • कार्य-जीवन संतुलन: फ्रीलांसिंग लोगों को अपने काम और निजी जीवन के बीच बेहतर संतुलन बनाने में मदद करता है।
  • विभिन्न प्रकार के काम: फ्रीलांसिंग विभिन्न प्रकार के काम करने का अवसर प्रदान करता है, जिससे पेशेवरों को अपने कौशल और ज्ञान का विस्तार करने में मदद मिलती है।
  • आत्मनिर्भरता: फ्रीलांसिंग लोगों को अपना खुद का व्यवसाय शुरू करने और आत्मनिर्भर बनने का अवसर प्रदान करता है।

यह स्पष्ट है कि फ्रीलांसिंग तेज़ी से लोकप्रिय हो रहा है और यह भविष्य में भी जारी रहने की संभावना है। यदि आप एक लचीली और स्वतंत्र कार्य व्यवस्था की तलाश में हैं, तो फ्रीलांसिंग आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है।

फ्रीलांसरों पर बढ़ी कंपनियों की निर्भरता

फ्रीलांसर के तौर पर पेशेवरों में स्वतंत्र वकील, शिक्षक, लेखाकार, प्रबंधन सलाहकार और अन्य व्यवसायों से जुड़े लोग ज्यादातर शामिल होते हैं।

इसके अलावा कार्यबल में महत्वपूर्ण हिस्सेदारी रखने वाले अस्थायी कामगारों का अनुपात इसी अवधि में 21 प्रतिशत बढ़ा है।

यह व्यावसायिक जरूरतों को पूरा करने के लिए फ्रीलांसर और स्वतंत्र ठेकेदारों पर कंपनियों की बढ़ती निर्भरता को दिखाता है।

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