Forbes 30 Under 30: लगातार फेल होकर भी बिहार के इस युवा ने नहीं मानी हार, साल भर में खड़ी की 2463 करोड़ की कम्पनी

Jar Founder Misbah Ashraf Bihar

अक्सर कहा जाता है की कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती। कुछ ऐसा ही कारनामा कर दिखाया है बिहार के इस युवक ने। अगर आप में जज्बा है, जूनून हैं और मन में कुछ कर गुजरने की इच्छाशक्ति है तो सफलता जरूर मिलेगी।

ये कहानी है बिहार के 29 साल के मिस्बाह अशरफ (Misbah Ashraf) की है। बिहार के नालंदा जिले के रहने वाले मिस्बाह अशरफ ने लगातार फेल होने के बाद भी हिम्मत नहीं हारी।

29-year-old Misbah Ashraf of Bihar founded a fintech company worth Rs 2463 crore
बिहार के 29 साल के मिस्बाह अशरफ ने 2463 करोड़ रुपये की फिनटेक कंपनी ‘Jar’

मिस्बाह की कोशिशों ने आखिरकार उन्हें सफलता दिला दी और महज 29 साल की उम्र में वो फोर्ब्स के ‘फोर्ब्स 30 अंडर 30’ (Forbes 30 Under 30) सूची में शामिल हो गए। छोटी उम्र में ही मिस्बाह ने बड़ी कामियाबी हासिल कर ली। दो बार फेल होने के बाद उन्होंने आज 2463 करोड़ रुपये की फिनटेक कंपनी (Fintech Company) खड़ी कर दी है। आईये जानते है उनकी कहानी……..

​कौन हैं मिस्बाह अशरफ​?

मिस्बाह अशरफ ( Misbah Ashraf) बिहार (Bihar) के नालंदा जिले के निवासी है। उनके पिता एक साधारण टीचर थे। असफल होने के बाद भी कोशिश करते रहने की सीख उन्होंने अपने पिता से ही सीखी है। मिस्बाह की माँ हाउसवाइफ हैं। उनकी शुरुआती पढ़ाई भी नालंदा में ही हुई।

मिडिल क्लास फैमिली में पले-बढ़े मिस्बाह ने बड़े सपने देखे थे। इसी वजह से उन्होंने छोटी उम्र में ही काम करना शुरू कर दिया। कॉलेज तो गए लेकिन पहले ही साल में ड्रॉप कर दिया।

Misbah Ashraf is a resident of Nalanda district of Bihar
बिहार के नालंदा जिले के निवासी है मिस्बाह अशरफ

कॉलजे ड्रॉपआउट मिस्बाह ये जानते थे कि उन्हें बिजनेस से ही सफलता मिल सकती है। आईआईटी दिल्ली के अपने एक दोस्त के साथ मिलकर उन्होंने सितंबर 2013 में सोशल पेमेंट वेंचर Cibola की शुरुआत की।

​दो बार हुए फेल लेकिन नहीं मानी​ हार

मिस्बाह का ये वेंचर लाइसेंस के चक्कर में फंस गया। उन्हें सरकार द्वारा पेमेंट लाइसेंस नहीं मिल पाया। इतना ही नहीं उनके सामने फोनपे, पेटीएम जैसे बड़ी बड़ी दिग्गज कंपनियां थे। मिस्बाह ने इंतजार करने के जगह आगे बढ़ने का फैसला किया।

Jar Founder Misbah Ashraf with his team
अपनी टीम के साथ Jar Founder Misbah Ashraf

उन्होंने अपना दूसरा वेंचर साल 2017 में शुरू कर दिया। इस बार उन्होंने फैशन और ब्यूटी प्लेटफॉर्म की शुरुआत की। Marsplay ने दो राउंड की फंडिंग भी हासिल की, लेकिन कोरोना महामारी के दौरान उसे काफी नुकसान हुआ। उन्होंने कंपनी को FOXY के हाथों बेच दिया।

फोर्ब्स की सूची में शामिल होने वाले बिहार के इकलौते युवा

उन्हें लगातार दो बार कुछ खास सफलता नहीं मिला, लेकिन वो हारकर बैठने वालों में से नहीं थे। मिस्बाह ने साल 2021 में अपना तीसरा वेंचर Jar (जार ) शुरू किया। आज उनके फिनटेक स्टार्टअप ‘जार’ की चर्चा सिर्फ देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी हो रही है।

उन्होंने जार की शुरुआत गोल्ड निवेश के साथ शुरू की। साल 2023 के लिए जारी ‘फोर्ब्स 30 अंडर 30’ सूची में मिस्बाह अशरफ को जगह मिली है। फोर्ब्स की इस सूची में शामिल होने वाले मिस्बाह बिहार के इकलौते युवा हैं।

Misbah Ashraf got a place in the Forbes 30 under 30 list released for the year 2023
साल 2023 के लिए जारी ‘फोर्ब्स 30 अंडर 30’ सूची में मिस्बाह अशरफ को मिली जगह

पने स्टार्टअप जार के जरिए वो लोगों को को छोटी बचत करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। उनके फाइनेंशियल ऐप की मदद से आप छोटी बचत कर भी सोने में निवेश कर सकते हैं।

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साल भर में खड़ा कर दिया बड़ा कारोबार

मिस्बाह ने बहुत कम समय में बड़ी सफलता हासिल कर दी। उनके इस ऐप ने 11 मिलियन यूजर्स का आंकड़ा पार कर लिया। इस फिनटेक फर्म ने 58 मिलियन डॉलर क निवेश हासिल किया।

स्टार्टअप के शुरुआत के एक साल बाद ही उन्हें 22.6 करोड़ डॉलर का निवेश मिला, जिसमें उनकी कंपनी की वैल्यूएशन 300 करोड़ डॉलर यानी करीब 2463 करोड़ पर पहुंच गई।

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​कश्मीर से कन्याकुमारी तक Jar के यूजर

Jar (जार ) का हेडऑफिस बेंगलुरु में है। जार के एक्टिव यूजर कश्मीर से अंडमान निकोबार तक फैले हैं। इस स्टार्टअप के आधे से अधिक यूजर टीयर वन शहरों के हैं।

वहीं 35 प्रतिशत यूजर टीयर 2 और बाकी 15 प्रतिशत यूजर छोटे शहरों से हैं। कंपनी अगले पास सालों में यूजर बेस को बढ़ाकर 5 करोड़ तक पहुंचाना चाहती है।

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