Bihar Police: IPS शोभा अहोतकर संभालेंगी बिहार सिपाही भर्ती की कमान, इन वजहों से रही है चर्चा का विषय

बिहार सरकार ने एक अहम फैसला करते हुए आइपीएस अधिकारी शोभा अहोतकर को बिहार सिपाही भर्ती (CSBC) की कमान सौंप दिया है। उन्हें केंद्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती) का अध्यक्ष बनाया गया है।
इससे पहले राज्य सरकार ने अध्यक्ष एसके सिंघल को उनके पद से हटा दिया है। IPS शोभा अहोतकर आइपीएस अफसरों से विवादों के दौरान काफी सुर्ख़ियों में रही है। आईये जानते है उनके बारे में।
IPS शोभा अहोतकर संभालेंगी बिहार सिपाही भर्ती की कमान

दरअसल IPS शोभा अहोतकर संभालेंगी बिहार सिपाही भर्ती की कमान संभालेंगी। उनसे पहले एसके सिंघल इस पद पर विराजमान थे। अब उनको हटाकर शोभा अहोतकर को ये पद दिया गया है।
दबंग अफसर शोभा अहोतकर 1990 बैच की आइपीएस अधिकारी है। फिलहाल वह निदेशक सह महासमादेष्टा, गृह रक्षा वाहिनी एवं अग्निशमन सेवाएं के पद पर कार्यरत है। अब उन्हें केंद्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती) केअध्यक्ष पद का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।
इसके लिए गृह विभाग ने 26 दिसंबर 2023 को आदेश जारी कर दिया है। गौरतलब है की राज्य सरकार ने रिटायरमेंट के कुछ दिनों बाद ही पूर्व डीजीपी एसके सिंघल को केंद्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती) का अध्यक्ष बनाया था।
क्यों हटाए गए केंद्रीय चयन पर्षद के पूर्व अध्यक्ष?
यह बात जगजाहिर है की बिहार सिपाही भर्ती परीक्षा में धांधली एक बड़ी समस्या का विषय है। हर साल भर्ती परीक्षा पर पेपर लीक होने सबंधी कई तरह के आरोप लागे जाते रहे है।
पूर्व डीजीपी एसके सिंघल के पास जब केंद्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती) के अध्यक्ष पद की कमान थी तब भी परीक्षा में धांधली और पेपर लीक का बड़ा दाग उनके कार्यकाल में लगा।
ऐसे में हाल ही में आयोजित की गई सिपाही भर्ती परीक्षा को पेपर लीक होने के कारण से रद्द तक करना पड़ा। वहीं अब शोभा अहोटकर को कमान सौंपी गयी है। उनसे उम्मीद है कि वह सिपाही भर्ती परीक्षा को साफ-सुथरे तरीके से आयोजित करवाए।
वहीँ बिहार पुलिस एसोसिएशन के अध्यक्ष मृत्युंजय सिंह ने राज्य सरकार से मांग की है कि पूर्व डीजीपी एस के सिंघल के द्वारा कई निर्णय की न्यायिक जांच होनी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि सिंघल ने अपने पद पर रहते कई तरह की अनियमितताएं की है।
इन वजहों से रही है चर्चा का विषय
शोभा अहोतकर की पहचान एक दबंग आइपीएस अफसर के रूप में की जाती है। इस साल वो कई विवादों के कारण सुर्खियों में भी रह चुकी है। विभाग के ही कई अन्य आइपीएस अफसरों ने उनके ऊपर गंभीर आरोप लगाए है।
मामला इस कदर बढ़ा की विभाग से बाहर निकल आया और इसपर घमासान मचा रहा। शोभा अहोतकर का विवाद जिन आइपीएस अफसरों से हाल में हुआ है उनमें एक आइपीएस विकास वैभव भी शामिल हैं, जो एक बेहद चर्चित आइपीएस अधिकारी हैं।
विकास वैभव ने तत्कालीन डीजी शोभा अहोतकर के ऊपर गंभीर आरोप लगाए थे। उनपर उन्होंने अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने, गाली देने व मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया था।
विकास वैभव ने अपर मुख्य सचिव को पत्र लिखकर शिकायत की थी कि शोभा अहोतकर डीआइजी विनोद कुमार के साथ भी गलत तरीके से पेश आई और इससे सदमे में आकर डीआइजी बेहोश तक हो गए थे। हालाँकि इस विवाद के बाद विकास वैभव को पुलिस मुख्यालय बुला लिया गया था और विभाग बदल दिया गया था।
डीआइजी अनुसूया ने लगाए थे ऐसे आरोप
इसके अलावा जब आईपीएस शोभा बिहार होमगार्ड एवं अग्निशमन सेवा की डीजी पद पर कार्यरत थी तब उनके ही विभाग की आइपीएस डीआइजी अनुसूया रणसिंह साहू ने गंभीर आरोप लगाए थे।
डीआइजी अनुसूया ने शोभा अहोतकर पर विभाग में अनियमितता, सुनियोजित तरीके से फंसाने और मानसिक रूप से प्रताड़ित किये जाने का आरोप लगाया था। तब विवाद को लेकर शोभा ने कहा कि – “जो काम नहीं करना चाहते, उनको ही हमसे परेशानी होती है। उनके डर से हम अपना काम करना नहीं छोड़ सकते।”