बिहार: नाबालिग बच्चों को हर महीने एक हज़ार रुपये देगी सरकार, जानिए किन्हें मिलेगा यह लाभ

बिहार में लॉक डाउन के बीच कोरोना संक्रमण की रफ़्तार धीरे धीरे थम रही है, राज्य में जहाँ हर रोज 15 से 17 हज़ार नए मरीज मिल रहे थे वहीं अब यह आंकड़ा दिन का 2 से 3 हज़ार तक सिमट गया है। कोरोना महामारी ने हज़ारों लोगों की जान भी ली है। आकड़ों की माने तो बिहार में अब तक कुल 43 ऐसे बच्चे है जिन्होंने अपने स्वजनों को कोरोना काल में खो दिया है।

राज्य सरकार वैसे बच्चे जिन्होंने कोरोना काल में अपने मां-बाप को खोया है और उनकी उम्र 18 वर्ष से कम है उन्हें परवरिश योजना से जोड़ेगी और उनके निकटतम स्वजन को हर महीने एक हजार रुपये देगी। इसके साथ ही उन सभी को स्वास्थ्य सुविधाएँ भी मुहैया कराएगी।

समाज कल्याण विभाग कार्यालय से प्राप्त जानकारी के मुताबिक कोरोना संक्रमण की वजह से अपने माता-पिता को खो चुके बच्चों को सरकार द्वारा संचालित परवरिश योजना के तहत भरण पोषण के लिए एक हजार रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी। समाज कल्याण विभाग ऐसे बच्चों के लिए उनके सबसे निकट के स्वजन के बैंक खाते में हर महीने एक हजार रुपये भेजेगी।

फिलहाल जिला समाज कल्याण विभाग इस तरह के नाबालिग बच्चों को चिह्नित करने का काम शुरू कर दिया है, विभाग के सहायक निदेशक अनिमेष कुमार चंद्र ने बताया कि ऐसे बच्चों की पढ़ाई-लिखाई की भी व्यवस्था की जाएगी। अगर उनके भरण-पोषण में किसी तरह की कोई समस्या आती है तो वैसे मामलों को भी विभाग अपने स्तर से देखेगा। यह लाभ बच्चों को तब तक मिलता रहेगा जब तक उनकी उम्र 18 वर्ष पार नहीं कर जाती।