नए एक्सप्रेसवे के लिए जमीन अधिग्रहण शुरू, जानिए इन तीन राज्य मिलेगा लाभ

उत्तर प्रदेश एक ऐसा राज्य है जहाँ पर अभी पुरे देश में सबसे ज्यादा एक्सप्रेसवे हैं, लेकिन अब बिहार भी इसमें पीछे नहीं है, बिहार में भी कई एक्सप्रेसवे का निर्माण चल रहा है। वहीं इसी बीच अब बिहार में भी नए एक्सप्रेसवे के निर्माण को लेकर जमीन अधिग्रहण शुरू हो चुका है।
बहुत जल्द ही आप बिहार से सिलीगुड़ी कुछ ही देर में पहुंच सकेंगे, दरसल आपको बता दूं कि गोरखपुर सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे का निर्माण होना था। ऐसे में इस एक्सप्रेस के निर्माण को लेकर जमीन अधिग्रहण शुरू हो चुका है।
ग्रीन फिल्ड होगा एक्सप्रेसवे
भारतमाला परियोजना के तहत भारत-नेपाल सीमा के समानांतर बन रहे इस ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के बन जाने से गोरखपुर और सिलीगुड़ी के बीच की दूरी 519 किलोमीटर ही रह जाएगी। ऐसे में देश के तीन राज्यों को इसका सीधा लाभ मिलेगा जिसमें बिहार, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल शामिल है।
32,000 करोड़ होंगे खर्च
आपको बता दूं कि इस एक्सप्रेसवे के निर्माण पर 32,000 करोड़ रुपये खर्च होने वाले हैं। गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे गोरखपुर-आजमगढ़ लिंक एक्सप्रेसवे जैसे अन्य मार्गों से भी जुड़ेगा। इससे सिलीगुड़ी से दिल्ली और यूपी के प्रमुख शहरों की यात्रा आसान हो जाएगी।
आपको यह भी बता दूं कि यह एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश में 84.3 किमी, बिहार में 416.2 किमी और पश्चिम बंगाल में 18.97 किलोमीटर बनेगा।
बिहार के इन जिलों को मिलेगा लाभ
आपको बता दूं कि बिहार के कई जिलों से होकर यह एक्सप्रेसवे निकलेगी। इससे बिहार के कई जिलों को इसका सीधा लाभ मिलेगा। गोरखपुर सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे बिहार के पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, शिवहर, सीतामढी, मधुबनी, सुपौल, अररिया और किशनगंज होकर जाएगी।
इस एक्सप्रेस के बनाने से ना सिर्फ सिलीगुड़ी जाना आसान होगा, बल्कि उत्तर प्रदेश और दिल्ली जाने के लिए लोगों के लिए भी यह आसान हो जाएगा। लोग कुछ ही घंटों में दिल्ली और उत्तर प्रदेश जा पाएंगे। इससे पर्यटकों को सबसे बड़ा लाभ मिलेगा।
आपको बता दूं कि बिहार में कई अन्य एक्सप्रेसवे बन रहे हैं। इसका निर्माण भी तेजी से चल रहा है। अभी बिहार में कुल 5 एक्सप्रेसवे बनेंगे। आने वाले समय में अभी फिलहाल दो एक्सप्रेसवे का काम शुरू है, और बाकी एक्सप्रेसवे का निर्माण भी शीघ्र होगा।
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