G20 Meeting: पटना आ रहे G-20 प्रतिनिधिमंडल का सामा-चकेवा, कजरी और सोहर से स्वागत

G-20 meeting in patna

G20 Meeting:  पटना में G-20 कार्य समूह की बैठक 22 जून और 23 जून को होने वाली है। इस अवसर पर सचिव दीपक आनंद ने कहा है कि बिहार को दुनिया के सामने प्रस्तुत करने के लिए कला, संस्कृति विभाग के अतिरिक्त बिहार में बहुत कुछ है। इस बैठक में बहुत से विषयों पर चर्चा की जाएगी जो विभिन्न देशों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने में मदद करेगी।

इस मीटिंग में जी-20 कार्य समूह के प्रतिनिधिमंडल के लिए बिहार में लोकगीत और नृत्य से स्वागत किया जायेगा  बिहार के लोक कलाओं में सामा-चकेवा, झिझिया, हुरका, मगही झूमर, कजरी, चौरा और पारंपरिक संगीत का महत्वाकांक्षी संगठन ‘सोहर’ के रूप में प्रतिष्ठित हैं।

g-20 meeting in patna

युवा विभाग एवं कला, संस्कृति के अतिरिक्त सचिव दीपक आनंद जी के द्वारा बताया गया कि जी-20 कार्य समूह की बैठक के दौरान पटना में, राज्य के प्रसिद्ध लोक नर्तकों, गायकों और कलाकारों को शामिल किया जाएगा। ये कलाकार मंडलियाँ जी-20 प्रतिनिधियों की यात्रा के दौरान प्रदर्शन करेंगी।

इसके माध्यम से, बिहार अपनी सांस्कृतिक और कलात्मक धरोहर को दुनिया भर में प्रदर्शित कर सकेगा और बिहार के प्रमुख लोक नर्तकों और कलाकारों को एक वैश्विक मंच पर मान्यता मिलेगी। यह अवसर न केवल इन कलाकारों के लिए बल्कि बिहार के युवा पीढ़ी के लिए भी प्रेरणा स्थली के रूप में कार्य करेगा, जिन्हें इन प्रमुख कलाओं का मार्गदर्शन करके उनकी क्षमताओं को सुधारने और प्रदर्शन कौशल को विकसित करने का अवसर मिलेगा।

लोक कलाकार की भी जोरो से चल रही तैयारी।

सचिव दीपक आनंद जी ने बताया की लोक कलाकार अपनी शानदार प्रस्तुति देने के लिए जोरोशोरों से तैयारी में जुटे है। और उनका प्रयास बिहारी लोक संस्कृति को संजीवनी देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने यहाँ भी कहा कि बिहार के लोक गीत और नृत्य देश और विदेश में प्रसिद्ध हैं और इनका प्रदर्शन लोकप्रिय होता है।

आपको बता दे कि सामा-चकेवा एक लोक नृत्य है जो मिथिला क्षेत्र में प्रसिद्ध है। इसमें नृत्यारंभ के समय अनुकरण और भाव प्रदर्शन के साथ, गायन और मुद्राएं भी शामिल होती हैं। यह लोक गीत परंपरा परिवारिक बंधनों और उत्सव की स्थानीय भावना को बढ़ावा देने के लिए काम करने वाले कवियों और कलाकारों की रचनाओं का प्रतिनिधित्व करता है। झिझिया भी एक प्रसिद्ध नृत्य रूपी सांस्कृतिक परंपरा है जो बिहार के कोसी क्षेत्र में प्रस्तुत किया जाता है और इसे सूखे के दौरान नृत्यारंभ के रूप में अदा किया जाता है। मगही झूमर नृत्य आमतौर पर युगल के रूप में प्रस्तुत किया जाता है, जहां राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में महिला और पुरुष नर्तकों द्वारा पति और पत्नी की भूमिका का प्रदर्शन किया जाता है।

जी-20 बैठक की तैयारियों की समीक्षा

जी-20 बैठक की तैयारियों की समीक्षा के लिए बैठक में विभिन्न महत्वपूर्ण व्यक्तियों की उपस्थिति थी। कला, संस्कृति और युवा विभाग के नवनियुक्त अतिरिक्त मुख्य सचिव हरजोत कौर बम्हरा के साथ साथ अन्य लोग भी मौजूद थे। इस बैठक में मुख्य सचिव आमिर सुबहानी ने तैयारियों की समीक्षा का नेतृत्व किया।

दीपक आनंद ने बताया कि बिहार के पारंपरिक भोजपुरी लोक गीत और नृत्य भारत के बाहर भी बहुत प्रसिद्ध हैं। इसके साथ ही, वे बिहार की संस्कृतिक विरासत को दुनिया के सामान्य ज्ञान में प्रस्तुत करने के लिए जी-20 बैठक का आयोजन कर रहे हैं।

बैठक में बिहार सरकार के अधिकारियों ने आगामी जी-20 बैठक के आयोजन और तैयारियों की समीक्षा की चर्चा की होगी। इसके अलावा, भारतीय संस्कृति और लोक कला के प्रतिनिधियों ने भी अपने विचारों और सुझावों को साझा किया होगा। इस बैठक के माध्यम से बिहार राज्य की संस्कृति, कला, और लोकप्रिय विरासतें जी-20 में प्रदर्शित की जाएंगी।

जी-20 प्रतिनिधि बिहार संग्रहालय जाएंगे।

दीपक आनंद ने बताया कि जी-20 प्रतिनिधि बिहार संग्रहालय भी जाएंगे। दूसरे दिन जी-20 कार्यक्रम की शुरुआत ज्ञान भवन में उद्घाटन सत्र के साथ होगी। इसके बाद 23 जून को वह पटना साहिब के तख्त श्री हरमंदिर जी गुरुद्वारा का दौरा करेंगे। यह गुरुद्वारा पांच तख्तों में से एक है और राजधानी पटना में स्थित है।

दीपक आनंद ने बताया कि पर्यटन विभाग उनके संवाद स्थापित करने के लिए द्विभाषी गाइड का इंतजाम करेगा। वे नालंदा जिले में स्थित विश्व धरोहर स्थल “नालंदा महाविहार” का भी दौरा करेंगे। इसके अलावा, जी-20 प्रतिनिधिमंडल को बिहार की संस्कृति, ऐतिहासिक स्थलों, और पर्यटन स्थलों का भी परिचय दिया जाएगा।

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