बिहार के इस रेलवे स्टेशन पर 12 साल से चल रहा है निशुल्क कोचिंग,अब पढ़ाई के बीच में नहीं आएगी गरीबी

बिहार के छोटे-छोटे बच्चे अच्छे से पढ़ लिखकर बड़े होकर आईएएस आईपीएस बनते हैं और वजह यही है कि यूपीएससी से लेकर डीपीएससी में बिहार का परचम देखने को मिलता है हर साल बिहार के कई छात्र-छात्राएं परचम लहराते हैं पटना जंक्शन से यह रिपोर्ट है |
मन मोह लेगा तस्वीरे
ऊपर तस्वीर में देखकर आपके भी मन में काफी खुशी जाहिर हो जाएगी आप देखकर खुश हो जाएंगे और देखिए कैसे छोटे-छोटे बच्चे जो हैं पटना जंक्शन पर प्लेटफार्म नंबर एक फिर जब हम गुजर रहे थे तब बच्चों पर पड़ी तो हमने चाहा कि बच्चों से बात किया जाए बच्चों के पीछे का कहानी जानने की जरूरत है|
इस प्लेटफार्म पर दे रहे हैं विद्यार्थी निःशुल्क ट्यूशन
पटना जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर एक पर कई महीनों से कई सालों से यह बच्चे इसी तरीके से हर दिन आते हैं और शाम में इसी तरीके से बच्चे पढ़ते हैं छोटे-छोटे बच्चों से लेकर बड़े लोग भी यहां पर पढ़ते हैं और खुद छात्र हैं जो सरकारी नौकरी की तैयारी करते हैं गवर्नमेंट जॉब के लिए वह लोग संघर्ष कर रहे हैं और जो इन बच्चे को मुफ्त में इसे तरीके से पटना जंक्शन पर हर दिन पढ़ाते हैं|
बच्चों के सपने हैं बड़े-बड़े
यहां के बच्चों में भी एक अलग जुनून देखने को मिलता है जो भी विद्यार्थी यहां पर पढ़ने आते हैं वे अपना एक लक्ष्य लेकर आते हैं कि नहीं को डॉक्टर बनना है तो कोई इंजीनियर बनना चाहता है तो वही कोई देश की सेवा के लिए इंडियन आर्मी ज्वाइन करना चाहता है इसी को देखते हुए होनहार सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे हैं छात्र के द्वारा इन बच्चों को पढ़ाया जाता है।
एक छात्र से बात करने के दौरान
यह वही छात्र है जिनकी टीम यहां पर मौजूद सभी बच्चों को फ्री में पहुंचे क्लास करवाती है छात्र का नाम गौरव कुमार जिन्होंने बताया कि हम लोग यहां पर बच्चों को फ्री में पढ़ाते हैं हर दिन सोमवार से लेकर शनिवार तक सामने 4:00 बजे से लेकर 6:00 बजे तक 2 घंटे निशुल्क शिक्षा के साथ यहां पर संस्कार दिया जाता है बच्चों को यह कार्यक्रम जो चला है जा रहे हैं अखिल विश्व गयात्री परिवार के युवा इकाई की एक पहल है जिसके द्वारा ऐसा नेक काम किया जा रहा है।
हमारी टीम के द्वारा सप्ताह के 6 दिन तो निशुल्क बच्चे को शाम में पढ़ाया जाता है तो वहीं रविवार के दिन सभी जरूरतमंद को मदद की जाती है।
इतने सालों से कर रहे है निशुल्क सेवा
आपको बता दें कि साल 2012 से 26 मई के दिन से प्लेटफार्म पर बच्चे को पढ़ाने का कार्यक्रम चल रहा है। इतने लंबे समय से इतने नेक काम को कर रहे इन विद्यार्थियों का अभी तक कहीं चर्चा नहीं हुआ था लेकिन नेक्स्ट बिहार न्यूज़ पोर्टल के माध्यम से इन बच्चों को काफी सराहना और धन्यवाद