Bridge In Bihar: बिहार में विक्रमशिला सेतु के सामानांतर बनेगा फोरलेन पुल, 994 करोड़ की लागत, ये है ताजा अपडेट

फिलहाल बिहार में पुल धसने की ख़बरों (Bihar Bridge Collapse News) से आप लगातार रूबरू हो ही रहे होंगे। लेकिन इस बीच बिहार से पुल के सबंध में एक अच्छी खबर सामने आ रही है। दरअसल भागलपुर के विक्रमशिला सेतु (Vikramshila Setu) के समानांतर पुल निर्माण कार्य की तैयारी एजेंसी एसपी सिंगला की ओर से शुरू की जा चुकी है।
आपको बता दे की गंगा में इस पुल का निर्माण बरारी की ओर से किया जाएगा। इसके मद्देनजर एजेंसी ने पुल बनाने के उपकरणों को साइट पर लाना शुरू कर दिया है। कई तरह के उपकरणों को साइट पर मंगाया जा चूका है। जिनमें से अभी कुछ और उपकरण आने बाकी है।
हटाया गया अतिक्रमण
जब सभी तरह के उपकरण साइट पर आ जाएगा, तो पुल निर्माण का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। ऐसा बताया जा रहा है कि सप्ताह भर के अंदर ही सभी तरह के उपकरण साइट पर मंगवा लिए जायेंगे।
इससे कुछ दिन पहले ही बरारी में विक्रमशिला सेतु से 50 मीटर सराउंडिंग एरिया के अतिक्रमण को हटाया गया था। दर्जनों झोपड़ियां तोड़ी गयी थी.।ताकि, यहां पुल निर्माण के उपयोग में आने वाली सामग्रियों को रखा जा सके। मार्च में ये फाइनल हुआ था कि गंगा में पुल का निर्माण एसपी सिंगला ही करेगी।
पुल बनाने में आयेगा 994.31 करोड़ का खर्च
इस फोरलेन पुल का निर्माण इंजीनियरिंग प्रोक्योरमेंट कंस्ट्रक्शन (इपीसी) मोड में बनेगा। चयनित कार्य एजेंसी को 1460 दिन में यानी, चार साल में पुल बनाकर तैयार करना होगा।
जानकारी के लिए बता दे की पुल बनाने का काम एजेंसी को टेंडर राशि से 3.75 प्रतिशत अधिक दर पर मिला है। इस पुल के निर्माण में टेंडर राशि 958.38 करोड़ से 35.93 करोड़ ज्यादा यानी, 994.31 करोड़ खर्च होगा। वहीं, साल 2020 के टेंडर राशि 838 करोड़ से 156.31 करोड़ अधिक बढ़कर 994.31 करोड़ है।
पुल निर्माण से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें
- यह पुल इपीसी मोड में बनेगा।
- इसके लिए गांगेय डॉल्फिन अभयारण्य का मिल चुका है क्लीयरेंस।
- टेंडर वेल्यू से 3.75 प्रतिशत अधिक पर कार्य एजेंसी को मिला है पुल बनाने का काम।
- जहाज की आवाजाही को लेकर 100 मीटर स्पेन के फासले पर बनेगा पुल।
- 994.31 करोड़ आयेगा पुल निर्माण पर खर्च।
- 1460 दिनों में ठेका एजेंसी को बनाकर तैयार करना होगा पुल।
और पढ़े: IRCTC Wakeup Alarm: 1 मिनट का काम गजब की सर्विस, स्टेशन आने से पहले गहरी नींद से उठा देगा रेलवे
नये फोरलेन पुल से क्या होगा फायदा?
नये फोरलेन पुल बनने से 21 साल पुराने विक्रमशिला सेतु पर वाहनों का दबाव कम होगा। इसके साथ ही इस पुल की आयु भी बढ़ जायेगी। आम लोगों को जाम की समस्या से निजात मिलेगी।
वर्तमान में खगड़िया, सहरसा, मधेपुरा, पूर्णिया, किशनगंज, कटिहार, अररिया, भागलपुर, बांका सहित झारखंड व पश्चिम बंगाल के रास्ते आने-जाने वाली गाड़ियों का विक्रमशिला सेतु से आवागमन हो रहा है। लोगों को जाम की समस्या से जूझना पड़ रहा है।
और पढ़े: रामानंदन सागर निर्मित रामायण 2 साल के लिए हुआ था बंद, वजह जानकर चौक जाएंगे आप