बिहार के हर गरीब परिवार को मिलेगा 2 लाख रूपए, नितीश सरकार की योजना पर लगी मुहर

बिहार में जाति आधारित गणना का लाभ अब जमीन पर उतरता हुआ दिखाई दे रहा है. बिहार सरकार अब राज्य के 94 लाख गरीब परिवारों के एक-एक सदस्य को रोजगार करने के लिए लाख रुपए देगी.
ये राशि 3 किस्तों में मिलने वाली है और इसके लिए आपको ऑनलाइन आवेदन करना होगा. वहीँ उम्मीदवार के आधार कार्ड पर बिहार का पता होना भी जरुरी है.
बिहार में 94 लाख 33 हजार 212 गरीब परिवार

बिहार की जाति आधारित गणना में सभी जातियों में से 94 लाख 33 हजार 212 गरीब परिवार पाए गए है. इन सभी परिवारों की मासिक आमदनी छह हजार रुपए से भी कम है. यह सभी वर्गों के लिए है.
इसको ध्यान में रखते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में आयोजित कैबिनेट ने 16 जनवरी 2024 को बिहार लघु उद्यमी योजना को मंजूरी दी है.
आर्थिक रूप से गरीब परिवारों का विवरण
बिहार में कैटेगरी वाइज आर्थिक रूप से गरीब परिवारों की संख्या कुछ इस प्रकार है:
केटेगरी | कुल परिवार |
---|---|
सामान्य वर्ग | 10,85,913 |
पिछड़ावर्ग | 24,77,970 |
अत्यंत पिछड़ावर्ग | 33,19,509 |
अनुसूचित जाति | 23,49,111 |
अनुसूचित ज.जाति | 2,00,809 |
टोटल | 94,33,212 |
62 लघु उद्योगों का किया गया चयन
बिहार कैबिनेट बैठक के बारे में जानकारी देते हुए अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ ने कहा कि – “अभी 62 लघु उद्योगों का चयन किया है.
अन्य उद्योगों के चयन और राज्य स्तर पर इस योजना के क्रियान्वयन के लिए उद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में छह सदस्यीय स्टेट मॉनिटरिंग कमेटी बनाई जाएगी.”
62 व्यवसाय जिनके लिए बिहार सरकार देगी पैसा
बिहार लघु उद्यमी योजना के तहत गरीब परिवारों को रोजगार के लिए इन 62 क्षेत्रों के लिए 2-2 लाख रूपए दिए जाएंगे:
खाद्य प्रसंस्करणः आटा, सत्तु एवं बेसन, मसाला, नमकीन, जैम / जेली सॉस, नूडल्स, पापड़ एवं बड़ी, आचार-मुरब्बा, फलों के जूस की इकाई, मिठाई उत्पादन.
लकड़ी के फर्नीचर उद्योगः बढ़ईगिरी, बांस का सामान, फर्नीचर उत्पादन इकाई, नाव निर्माण एवं लकड़ी के फर्नीचर, बेंत का फर्नीचर.
निर्माण उद्योगः सीमेन्ट की जाली, दरवाजा खिड़की, प्लास्टर ऑफ पेरिस.
दैनिक उपभोक्ता सामग्री: डिटर्जेन्ट पाउडर, साबुन एवं शैम्पू, बिन्दी एवं मेहदी उत्पादन इकाई, मोमबत्ती उत्पादन.
ग्रामीण इंजीनियरिंगः कृषि यंत्र, गेट ग्रिल एवं वेल्डिंग इकाई, मधुमक्खी का बक्सा, आभूषण वर्कशॉप, स्टील का बॉक्स / ट्रक / रैक, स्टील का अलमीरा, लौहार / हथौड़ा और टूल किट निर्माण.
इलेक्ट्रीकल एवं आईटी: बिजली पंखा एसेम्बलिंग, स्टेबलाइजर / इनवर्टर/ यू०पी०एस०सी०वी०टी० एसैम्बलिंग, आई० टी० बिजनेस केन्द्र.
रिपेयरिंग एवं मेन्टनेंसः मोबाइल एवं चार्जर रिपेयरिंग, ऑटो गैरेज, एयर कंडिशन रिपेयरिंग, टू-व्हीलर रिपेयरिंग, टायर रिट्रेडिंग, डीजल इंजन एवं पम्प रिपेयरिंग, बिजली मोटर बाइडिंग, ताला / चाबी की मरम्मत.
सेवा उद्योगः सैलून, ब्यूटीपार्लर, ढाबा/ होटल / रेस्टोरेन्ट/ फुड ऑन व्हील्स, ड्राईक्लीनिंग / लॉन्ड्री, राजमिस्त्री.
विविध उत्पादः सोना / चांदी जेवर निर्माण, केला रेशा निर्माण, फूल का माला / सजावटी माला निर्माण.
टेक्सटाइल एवं होजरी: रेडिमेड वस्त्र निर्माण, कसीदाकारी, बेड शीट, तकिया कवर निर्माण, मच्छरदानी / मछली पकड़ने का जाल.
चमड़ा उत्पादः चमड़े के जैकेट्स निर्माण, चमड़े के जूता निर्माण, चमड़े के बैग, बेल्ट, वालेट एवं ग्लब्स आदि निर्माण, चमड़े एवं रेक्सीन का सीट कवर निर्माण.
हस्तशिल्पः पीतल/नास नक्कासी, काष्ठ कला आधारित उद्योग, पत्थर की मूर्ति निर्माण, जूट आधारित क्राफ्ट, लाह चूड़ी निर्माण, गुडिया और खिलौना निर्माण, टोकड़ी / चटाई / झाड़ का निर्माण, कुम्हार (मिट्टी का बर्तन / खिलौना) के अतिरिक्त.
राज्य अनुश्रवण समिति द्वारा निर्धारित अन्य कोई व्यवसाय.
Note: बिहार सरकार द्वारा इस योजना के तहत दी गई राशि वापस सरकार को लौटानी नहीं पड़ेगी.
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