देवघर जाने वाले कांवरियों पर सरकार मेहरबान, फ्री कर दिया इन जगहों पर श्रद्धालुओं को ठहरने का इंतजाम; देखे लिस्ट

Free arrangement for Kanwariyas to stay

Devghar Shravani Mela: सावन के पावन महीना की शुरुआत आज यानी 4 जुलाई से शुरू हो चुका है, और इसी के साथ-साथ बिहार और झारखंड का मशहूर श्रावणी मेला का की शुरुआत हो चुका है। आपको बता दें कि इस महीने एक अलग तरह का उत्साह यहां के लोगों में देखने को मिलता है।

झारखंड का मशहूर देवघर मंदिर श्रावणी मेला के लिए तैयार हो चुका है। आपको बता दें कि बिहार के सुल्तानगंज से श्रद्धालु जल लेकर पैदल यात्रा कर देवघर स्थित बाबा बैजनाथ धाम अर्पित करते हैं। यह सिलसिला का सावन महीना चल रहा है, इस मेला में लोग दूर-दूर से आते हैं। इसी को देखते हुए सरकार की तरफ से पूर्ण व्यवस्था प्रत्येक वर्ष की जाती है।

सरकार की ओर से निशुल्क सुविधा

हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी सरकार की तरफ से बिहार के सुल्तानगंज से लेकर झारखंड के देवघर का पूरी व्यवस्था कर दी गई जानकारी के लिए आपको बता देती कांवरियों वह ठहरने के लिए बिल्कुल फ्री रह सकता कि नहीं वह भी बिल्कुल घर के जैसा, यह व्यवस्था कहां की गई है इसकी जानकारी आपको इस लेख में नीचे दी गई है।

Free arrangement for Kanwariyas to stay

4 जुलाई सावन महीने का शुरुआत होना है इसे लेकर कांवरियों ने एक अलग उत्साह देखने को मिल रही है कांवरियों का पहला जत्था सुल्तानगंज से मंगलवार को जल उठाकर बाबा बैजनाथ धाम निकल पड़ेगी। यह मेला इस वर्ष 2 महीना तक चलेगी इस को लेकर सरकार के तरफ से पूरे इंतजाम किए गए जैसे कांवरियों के लिए दवा,सुरक्षा,पीने का पानी व ठहरने की सुविधा अच्छे तरीके से की गई है।

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इन जगहों पर की गई है व्यवस्था

मिली जानकारी के अनुसार बिहार के भागलपुर जिले के सुल्तानगंज रेलवे स्टेशन दिलीप कुमार झारखंड बॉर्डर कांवरियों के लिए तमाम सुख सुविधा का ख्याल बिहार सरकार के द्वारा रखा गया है। सरकारी धर्मशाला को कांवरियों के ठहरने के लिए अच्छे तरीके से साफ सुथरा कर दिया गया है।

  1. टंकेश्वर धर्मशाला
  2. पटनिया धर्मशाला
  3. अबरखा धर्मशाला
  4. गुढ़ियारी धर्मशाला
  5. जिलेबिया मोड़ धर्मशाला
  6. झनारावरण में मौजूद है तीन धर्मशाला
  7. कटोरिया धर्मशाला
  8. धौरी व कुमारसार धर्मशाला
  9. धन्धी बेलारी शेल्टर
  10. मौजमा मरवा शेल्टर

इसी के साथ साथ बांका, मुंगेर व भागलपुर तीनों जिलों में कांवरियों के ठहरने के लिए उत्तम व्यवस्था की है। सरकार के इस फैसले से श्रद्धालुओं को काफी सुविधा मिलेगी, बिहार सरकार का प्रयास है कि कांवरियों को बैजनाथ धाम जाने के रास्ते में किसी भी राखी परेशानी का सामना ना करना पड़े।

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कांवरियों के सुख सुविधा का रखा गया है विशेष ध्यान

कांवरियों का खास ध्यान रखते हुए किया गया है जगह-जगह पर धर्मशाला बस शेल्टर का निर्माण जानकारी के लिए आपको बता दें कि बिहार से झारखंड बॉर्डर सुल्तानगंज से लगभग 86 किलोमीटर है। इस यात्रा में कांवरियों को सबसे अधिक 52 किलोमीटर बांका जिले के अंदर चलना पड़ता है।

इसी को देखते हुए खास तौर पर ऐसी जगह पर धर्मशाला शेल्टर का निर्माण किया गया है। ताकि लोगों को किसी भी तरीके की परेशानी का सामना ना करना पड़े आसानी से सब सुख सुविधा मुहैया कराया जा सके।

बता देगी सरकार के द्वारा जो टेंट हाउस तैयार की जा रही है उसने निशुल्क दर्जनों सेवा उपलब्ध रहेगी जैसे सोने के लिए फोल्डिंग,बेड , चादर, तकिया, शौचालय, पीने का पानी, चार्जिंग प्वाइंट आज सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरा टेंट हाउस के अंदर लगाई गई है जिससे आप की सामान सुरक्षित रहें।

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