Airport In Bihar: बिहार के इस एयरपोर्ट में फंस गया है पेंच, 800 से बढ़कर 1400 करोड़ पहुँच गई लागत, जानिए क्या है वजह

cost of this airport in Bihar increased from 800 to 1400 crores

बिहार में बन रहे इस नए एयरपोर्ट (Upcoming Airport In Bihar) की लागत 800 से बढ़कर 1400 करोड़ हो चुकी है। दरअसल इस प्रोजेक्ट में एक पेंच फंसा हुआ है। जिसकी वजह से बिहार सरकार को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है।

बिहार में यात्रियों के सुविधा के मद्देनजर इस एयरपोर्ट का निर्माण किया जाना है। आपको बता दे की बिहार में एयरपोर्ट (Airports In Bihar) की संख्या में धीरे धीरे इजाफा होने वाला है। और इसके लिए सरकार लगातार प्रयासरत भी है।

800 करोड़ से 1400 करोड़ तक पहुंची लागत

आपको बता दे की बिहार में बिहटा एयरपोर्ट (Bihta Airport) पर सिविल एनक्लेव का निर्माण किया जाना है। जिसकी लागत बीते 5 सालों में 800 करोड़ से बढ़कर 1400 करोड़ रुपये हो गया है।

मालूम हो की 2018 में बिहटा एयरफोर्स स्टेशन (Bihta Air Force Station) से व्यावसायिक उड़ान को भी शुरू करने का निर्णय लिया गया। तब यहां लगभग 800 करोड़ रुपये खर्च कर 25 लाख सालाना यात्री क्षमता वाले सिविल एनक्लेव के निर्माण का निर्णय लिया गया।

कहाँ फंसा है पेंच?

2019 दिसंबर में इस नये सिविल एनक्लेव (Civil Enclave) का निर्माण होना था और इसे दिसंबर 2022 तक पूरा हो जाना था। लेकिन यह प्रोजेक्ट 8 एकड़ अतिरिक्त जमीन की मांग पर मामला फंसने की वजह से लगातार देर होता चला गया।

अब बीते माह नागरिक उड्डयन मंत्रालय और राज्य सरकार में आठ एकड़ अतिरिक्त जमीन देने पर सहमति बनी है। ऐसे में बिहटा एयरपोर्ट के निर्माण का पुनरीक्षित एस्टीमेट 800 करोड़ से बढ़कर 1400 करोड़ पहुंच गया, जिसे बीते पखवारे प्रशासनिक स्वीकृति मिली है।

पार्किंग के लिए काम पद गई जमीन

एयरपोर्ट ऑथोरिटी ऑफ इंडिया (Airport Authority Of India) ने बिहटा एयरपोर्ट पर सिविल एनक्लेव के निर्माण के लिए शुरुआत में 108 एकड़ जमीन की जरूरत बताई थी। जिसे राज्य सरकार ने अधिगृहीत कर वर्ष 2019 में ही दे दिया था।

लेकिन उसके बाद जब डीपीआर तैयार होने लगी, तो 108 एकड़ जमीन कम पड़ी और वाहनों की पार्किंग के निर्माण के लिए आठ एकड़ और जमीन की जरूरत महसूस हुई।

रनवे की लंबाई बढ़ाने की जरूरत

बिहटा एयरपोर्ट का वर्तमान रनवे की लंबाई लगभग 2500 मीटर है। इसे एक हजार मीटर और बढ़ाने की जरूरत है। इसके लिए शरफुद्दीनपुर की ओर 191 एकड़ जमीन की जरूरत है।

लेकिन वहां रनवे विस्तार के मार्ग में एक कब्रिस्तान और बस्ती आने से ऐसा संभव नहीं दिख रहा। बिहार सरकार (Government Of Bihar) ने सहमति भी नहीं दी है।

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यात्रियों की सुविधा में होगी वृद्धि

बिहटा एयरपोर्ट पर सिविल एनक्लेव के निर्माण होने से हवाई यात्रियों (Air Travelers) की सुविधा में काफी वृद्धि होगी। कोरोना काल को छोड़कर पटना के एयर ट्रैफिक (Air Traffic) वृद्धि की रफ्तार बीते कई वर्षों से 25-30 फीसदी सालाना है और वर्तमान में यह 40 लाख के पार पहुंच गयी है।

इसके कारण 85 लाख यात्रियों की क्षमता का निर्माणाधीन पटना एयरपोर्ट का नया टर्मिनल का निर्माण पूरा होने के पांच- छह वर्षों के भीतर ओवरलोडेड हो जाएगा। ऐसे में बिहटा में 25 लाख सालाना यात्री क्षमता वाले एयरपोर्ट का निर्माण निश्चय ही लोगों को लंबे समय तक राहत देगी और आने-जाने के लिए उन्हें अधिक फ्लाइटें मिलेंगी।

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