बिहार में कमर्शियल सिलेंडर के दाम में 103.50 रुपये का इजाफा, सीएनजी भी हुआ महंगा

commercial cylinders price increased in bihar

सार्वजनिक तेल कंपनियों ने एलपीजी सिलिंडर की कीमतों में बढ़ोतरी की है। यह बढ़ोतरी 19 किलो वाले कॉमर्शियल सिलिंडर में हुई है। अब पटना में 19 किलो वाला काॅमर्शियल एलपीजी सिलिंडर 2504.50 रुपये से बढ़ कर 2608 रुपये का हो गया है।

वहीं, नॉन-सब्सिडी वाले घरेलू एलपीजी सिलिंडर की कीमत 1048 रुपये पर ही स्थिर है। कॉमर्शियल सिलिंडर की कीमत में 103.50 रुपये तक की बढ़ोतरी हुई है। नयी दरें एक मई से प्रभावी हो गयी है।

19 kg commercial LPG cylinder increased from Rs 2504.50 to Rs 2608
19 किलो वाला काॅमर्शियल एलपीजी सिलिंडर 2504.50 रुपये से बढ़ कर 2608 रुपये का हो गया

सीएनजी चार रुपये और पीएनजी पांच रुपये महंगा

अब सीएनजी और पीएनजी के लिए भी लोगों को अपनी जेब और ढीली करनी होगी। गेल इंडि‍या के अनुसार पटना में सीएनजी की कीमतों में चार रुपये प्रति किलो का इजाफा किया गया है।

पटना में अब सीएनजी की कीमत 81.96 रुपये प्रति किलो होगी। इससे पहले सीएनजी की कीमत 77.96 रुपये प्रति‍ कि‍लो था। इसके अलावा इनपुट गैस लागत में वृद्धि के बाद पटना में घरेलू पीएनजी की कीमत में पांच रुपये प्रति एससीएम की वृद्धि की गयी है।

पीएनजी 44.87 से बढ़कर 49.87 हो गयी है। वैश्विक स्तर पर गैस की कीमतों में उछाल के कारण यह वृद्धि हुई है।

पेट्रोल-डीजल के नये रेट जारी

भारतीय पेट्रोलियम कंपनियों ने पेट्रोल-डीजल के नये रेट जारी कर दिये हैं. तेल कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई उलटफेर नहीं किया है। राहत की बात ये है कि मंगलवार को भी ईंधन की कीमत स्थिर है।

महंगाई के मोर्चे पर ये आम लोगो के लिए अच्छी खबर है कि आज लगातार 27वें दिन भी पेट्रोल और डीजल की कीमतों में किसी तरह की कोई वृद्धी नहीं की गई है। आम लोगों के लिए यह राहत की खबर यह है कि 27 दिनों से पेट्रोल एवं डीजल के दाम बिना किसी वृद्धि के स्थिर बना हुआ है।

कीमतों में इजाफे से आम जीवन प्रभावित

पिछले दिनों पेट्रोल और डीजल की कीमतों में हुए लगातार इजाफे की वजह से आम लोगों का जीवन काफी प्रभावित हुआ है। महंंगाई की मार झेल रहे लोगों को अब इसके लिए ज्यादा पैसै खर्च करने पड़ रहे हैं।

तेल की कीमत बढ़ने से ट्रांसपोर्टेशन मंहगा हो गया है. जिसका सीधा असर आम लोगों की जिंदगी पर पड़ रहा है। ट्रांसपोटेशन महंगा होने की वजह से रोजमर्रा की जिंदगी में इस्तेमाल होने वाली चीजों के भाव में इजाफा हुआ है।