यह है बिहार का बेहद फेमस ‘एटम बम रसगुल्ला’, दूर-दूर से खाने आते है लोग

आज हम बात कर रहे है बिहार के मशहूर शहर की, जो अपनी लजीज मिठाई की मिठास के लिए जाना जाता है। गंगा नदी के तट पर बसा बिहार का बहड़िया शहर जहाँ पर बहुत पुरातन से मिठाइयों का चलन है। मिठाईओं के लिए मशहूर इस शहर में रसगुल्ला बहुत प्रसिद्ध है। जब बात रसगुल्लों की होती है, तो कोलकाता के रसगुल्ले तो विश्वभर में प्रसिद्ध हैं, लेकिन बड़हिया का रसगुल्ला भी अपने बेहतरीन स्वाद के लिए काफी मशहूर है।
बिहार का फेमस रसगुल्ला
बिहार के लखीसराय जिले का यह छोटा सा कस्बा रसगुल्ले की नगरी के नाम से भी जाना जाता है। इस रसगुल्ले का नाम एटम बेम रसगुल्ला है, बड़हिया में रसगुल्लों की विविधता को देखकर हर किसी का मुंह में पानी आ जाता है।
इस रसगुल्ले का आकार इतना बड़ा होता है कि कोई आम आदमी एक खाने के बाद दूसरा खाने के लिए साहस नहीं जुटा पाता है। इसका स्वाद इतना खास है कि एक बार खाने पर आपका बार बार खाने का मन करेगा।
बड़हिया के रसगुल्ले शुद्ध छेना, पतली चाशनी, और मैदे के बिना तैयार किए जाते हैं, जो इन्हें और भी लाजवाब बनाता है।
रसगुल्ले के साथ मिलती हैं और मिठाइयाँ
बड़हिया में रसगुल्लों के साथ-साथ अन्य मिठाइयाँ भी बनाई जाती हैं। गुड़ की चाशनी से बना सराबोर रसगुल्ला, रसमलाई, काला जामुन, क्रीम चॉप, और भी कई प्रकार की मिठाइयाँ यहां मिलती हैं।
यहां रसगुल्ले बनाने के लिए दियारा और आसपास के क्षेत्रों से अच्छी क्वालिटी वाला दूध लाया जाता है। इसके बाद कारीगरों द्वारा छेना को फेंटा जाता है, जिससे रसगुल्ले का नरम और स्वादिष्ट बनता है। यह रसगुल्ला पतली चाशनी और मैदे के बिना बनाया जाता है, जो इसके स्वाद को बेहद लजीज और स्वादिष्ट बना देता है।
इन रसगुल्लों की बिक्री के लिए बड़हिया में लगभग 50 से भी अधिक दुकानें हैं, जहां प्रतिदिन लगभग एक से दो क्विंटल मिठाई बेची जाती है। इन्हें तैयार करने में कारीगरों और मजदूरों की मेहनत लगती है, और यहां के एक दुकान में लगभग 20 से 25 लोग काम करते हैं।
बड़े आयोजनों में होती है ज्यादा डिमांड
बड़े आयोजनों या विशेष मौकों पर बड़हिया के रसगुल्लों की मांग काफी बढ़ जाती है, और इस समय लोग इसे ऑर्डर करने के लिए इस शहर से बाहर भी जाते हैं। इन रसगुल्लों की प्रसिद्धि राज्य के विभिन्न जिलों के साथ-साथ अन्य राज्यों में भी बढ़ गई है।