बिहार की बेटी ने रचा इतिहास, दुनिया की सबसे ऊंची सड़क “उमलिंगा ला” को दौड़ कर किया फतह

शाम का समय बीतता था आर्मी बेस कैंप में
माउंट एवरेस्ट पर भारत का तिरंगा लहराने का सपना
सबिता का सपना है कि वे माउंट एवरेस्ट पर भारत का तिरंगा लहराएं। इस उद्देश्य को हासिल करने के लिए उन्हें सरकार और आम लोगों से मदद की आवश्यकता है, और वे इस महत्वपूर्ण मिशन के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
नौकरी छोड़ पैशन को किया फॉलो
सबिता बताती है कि वह बहुत सामान्य परिवार से है, उनके पिता मछली विक्रेता हैं, और उनका परिवार लड़कियों को आगे बढ़ाने के लिए सख्त था। लेकिन सबिता के दिल में यात्रा के प्रति लगाव और पैशन था, और वह हमेशा से दुनिया को एक्सप्लोर करने की ख्वाहिश रखती थी। जिसके लिए उन्होंने टाटा स्टील कंपनी की जॉब छोड़ कर साइकिलिंग करने का सोचा।
साइकिलिंग की दुनिया में कदम रखते ही, उन्हें घरवालों के विरोध का सामना करना पड़ा, लेकिन पटना एनसीसी, कम्यूनिटी ट्रैफिक पुलिस के धीरज कुमार और ब्रिगेडियर रणविजय सिंह के प्रोत्साहन के साथ उन्होंने साल 2017 में राज्य में साइकिल से भ्रमण करने की शुरुआत की।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी की चढाई
साल 2017 में, सबिता ने अकेले साइकिल से 173 दिनों में सभी 29 राज्यों को कवर करने वाली पहली महिला बनीं। उन्होंने विभिन्न पहाड़ों पर चढ़ने का साहस दिखाया, जैसे कि माउंट त्रिशूल, गढ़वाल (7120 मीटर) पर उन्होंने 2019 में चढाई की। और 2022 में उमलिंगा ला दर्रा की साइकिलिंग पूरी कर ली है।