बिहार में जन्मी अनोखी बच्ची; 4-4 हाथ-पैर, 2 दिल है शरीर में मौजूद, भगवान समझकर लोग कर रहे है दर्शन-देखे तस्वीर

अगर हम अपने जन्म की बात करें तो हम सब सामान्य रूप से ही जन्म लिए हैं, पर सभी के यह संभव नहीं होता है। आज हम आपको बताएंगे एक ऐसी बच्ची के बारे में जिसके पैदा होने पर सभी लोग हैरान हो गए और तो कई लोग इसे कुदरत का चमत्कार और कई भगवान का अवतार भी कह रहे थे। क्योंकि उस बच्ची के 4 हाथ, 4 पैर, 2 दिल और सिर्फ 1 सिर था, जी हां दोस्तों आप सही सुन रहे हैं, चलिए अब आपको बताते हैं पूरी खबर-
बिहार नर्सिंग होम में चमत्कार
हम बात कर रहे हैं बिहार के छपरा जिले में रहने वाली प्रिया देवी की, यह वही महिला है जिन्होंने इस अजूबे बच्ची को जन्म दिया था। रिपोर्ट के अनुसार यह महिला का पहला बच्चा था, और घर वाले भी बहुत ही ज्यादा परेशान थे।
ऐसी स्थिती में नॉर्मल डिलीवरी ना हो पाने के कारण बच्चे की डिलीवरी सर्जरी के माध्यम से की गई। और इस अजूबे बच्ची के जन्म लेते ही सभी हैरान हुए, पर दुर्भाग्यवश यह बच्ची मात्र 20 मिनट तक ही जिंदा रह पाई।
जाने वैज्ञानिक कारण
चलिए अब आपको बताते हैं इसके पीछे का विज्ञान, दरअसल ऐसा है कि जब गर्भवती महिला के गर्भाशय में एक ही अंडे में दो बच्चे बनने लगते हैं। और कई बार यह बच्चे खुद ब खुद गर्भाशय में ही अलग हो जाते हैं, तो वे जुड़वा बच्चे होते हैं।
अगर ऐसा नहीं हो पाता है तब जाकर वह कॉन ज्वाइन ट्विन वाली स्थिति आती है। और इस स्थिति में गर्भवती महिला को डिलीवरी के समय बहुत ही ज्यादा परेशानी होती है। और फिर अगर संभव होता है तो बच्चों को सर्जरी के माध्यम से अलग किया जाता है।
इस अजूबे के पीछे का कारण
छपरा जिले के नर्सिंग होम संचालक द्वारा इस स्थिति को पूरी तरह से वर्णित किया गया है, उन्होंने बताया कि इस तरह की डिलीवरी हुए बच्चों को कॉन जॉइन ट्विन कहा जाता है।
इस स्थिति में दो जुड़वा बच्चे आपस में एक दूसरे से जुड़े होते हैं, जिन्हे सामान्य रूप से सर्जरी द्वारा अलग किया जाता है। सामान्यतः यह स्थिति पूरे विश्व भर में देखने को मिलती है, पर इस बच्ची के केस में बच्ची का सिर्फ और सिर्फ एक सर ही था। इनके अनुसार यह बहुत ही कम स्थिति में देखने को मिलता है।
नहीं बच पाई बच्ची
जब भी कॉन ज्वाइन ट्विन वाली स्थिति होती है तो बच्चों को जनम के बाद सर्जरी से अलग किया जाता है, लेकिन अगर हम इस केस की बात करें तो बच्ची के 4 हाथ-पैर और 2 दिल तो थे पर ,जो चीज़ सबसे जरूरी होती है 2 सिर वह नहीं था।
यही कारण है कि उस बच्ची को नहीं बचाया जा सका और मात्र 20 मिनट के भीतर ही बच्चे की मृत्यु हो गई। फिलहाल C-सेक्शन डिलवेरी की वजह से प्रिया देवी सुरक्षित व स्वस्थ है।