बिहार के हर जिले में खुलेगा शिशु गृह, महिला पुलिस के बच्चों का होगा देखभाल, पटना में प्रयोग शुरू

बिहार में पुलिस प्रशासन में भर्ती को लेकर राज्य सरकार ने पुलिस बहाली में 35 फीसदी महिलाओं के लिए आरक्षण की व्यवस्था की है और यही वजह है की राज्य में महिला पुलिस की संख्या काफी बढ़ रही है। इस वक्त राज्य में करीब 33 हजार महिला पुलिस कार्यरत है।

हर जिले में होगा शिशु गृह

इन्हीं महिला पुलिस को ध्यान में रखते हुए बिहार के सभी जिलों और बीएमपी (बिहार सशस्त्र बल) की प्रत्येक इकाई में एक-एक क्रेच होम या शिशु गृह खोलने की योजना बनाई है। राज्य में पहली बार इतने व्यापक स्तर पर पुलिसकर्मियों के बच्चों की देखभाल के लिए ऐसे शिशु गृह के योजना पर काम किया जा रहा है।

प्रयोग के तौर पर शुरू  

इस योजना को लेकर अंतिम दौर का मंथन चल रहा है जिसके पूरा होने के बाद उम्मीद है कि इस नई व्यवस्था को लेकर काम शुरू हो जायेगा, बिहार के सभी जिला इकाइयों और बीएमपी में शिशु गृह खोला जायेगा। 

बतौर प्रयोग पटना के  बीएमपी-5 में इसकी शुरुआत भी कर दी गई है, दो दिन पहले इस शिशु गृह को ‘नन्हें सितारे’ नाम के साथ शुरू किया गया है जहाँ चार महिला सिपाहियों की ड्यूटी शिफ्ट के हिसाब से लगायी गयी। 

महिला सिपाहियों की लगेगी ड्यूटी

मिली जानकारी के मुताबिक शिशु गृह में बच्चों के खेलने के साथ ही उनकी प्रारंभिक या शुरुआती शिक्षा से जुड़ी सामग्रियों की भी उपलब्धता होगी जिससे खेल खेल में बच्चे पढाई भी कर पाएंगे इसके साथ ही सुरक्षा और देखभाल के लिए अलग अलग शिफ्ट के हिसाब से कुछ महिला सिपाहियों की ड्यूटी भी लगाई जाएगी। आगे चलकर बच्चों को पौष्टिक भोजन देने की भी योजना है।